देश के हालात खराब होते तो भारत जोड़ो यात्रा भी नहीं हो पाती।
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कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विदेश दौरे पर हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स से संवाद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को बर्बाद कर दिया है। प्रेस और न्यायपालिका पर मोदी सरकार का कब्जा है। भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हंै। मेरे विरुद्ध भी झूठे मुकदमे दर्ज करवाए गए। मेरे मोबाइल फोन में भी जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस घुसेड़ा गया। आम आदमी परेशान है। इसका बदला 2024 के आम चुनाव में लिए जाएगा। राहुल गांधी इस तरह की बातें पहले भी कह चुके हैं। सवाल उठता है कि कांग्रेस की लगातार हार का गुस्सा राहुल गांधी पीएम मोदी पर क्यों उतार रहे हैं। राहुल ने भारत की बर्बादी की बात तब कही है, जब भारत में जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है। जो इटली राहुल गांधी का ननिहाल है, उस इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने भी पीएम मोदी को दुनियाभर के नेताओं का चहेता नेता बताया है। 20 देशों के विदेश मंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व की समस्याओं का समाधान निकाल रहे हैं। अमेरिका और इंग्लैंड तक के राष्ट्राध्यक्ष भारत की प्रशंसा कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भी आज भारत मजबूत स्थिति में खड़ा है। लेकिन इसके बाद भी राहुल गांधी को भारत की बर्बादी नजर आ रही है। 2 मार्च को ही पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के परिणाम आए हैं। कांग्रेस को 179 में से मात्र 10 सीटें मिली हैं, जबकि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को 75 सीटें मिली है। यदि मोदी देश को बर्बाद कर रहे होते तो भाजपा के बजाए कांग्रेस को सफलता मिलनी चाहिए थी। राहुल कह रहे है कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। जबकि नागालैंड ईसाई बहुल राज्य है। यहां भाजपा को 60 में से 40 सीटें मिली है, जबकि कांग्रेस एक सीट भी हासिल नहीं कर सकी। असल में चुनावों में कांग्रेस को लगातार हार मिल रही है, जिसका गुस्सा राहुल गांधी पीएम मोदी पर उतार रहे हैं। राहुल का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता मोदी से बदला लेगी। राहुल को यह समझना चाहिए कि लोकसभा की 545 में से मात्र 52 सीटें कांग्रेस के पास है, जबकि भाजपा और सहयोगी दलों के पास 350 सीटें हैं। अकेले भाजपा के पास 303 सीटें हैं। यदि राहुल गांधी का ऐसा ही नकारात्मक रवैया रहा तो 2024 के चुनाव में कांग्रेस को 52 सीटें भी नहीं मिलेंगी। राहुल गांधी ने हाल ही में कन्याकुमारी से श्रीनगर तक भारत जोड़ों यात्रा की है। यदि देश का माहौल खराब होता तो राहुल गांधी की यात्रा भी नहीं हो पाती। राहुल गांधी विदेश जाकर कुछ भी कहें, लेकिन आज पाकिस्तान का मुसलमान भी मानता है कि भारत में मुसलमान सुरक्षित और सम्मान के साथ रह रहा है। राहुल गांधी को सही में मुसलमानों के हालात देखने हैं तो एक बार पाकिस्तान का दौरा करना चाहिए। तानाशाही भारत में नहीं बल्कि राहुल गांधी के प्रिय देश चीन में है। भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और जनता जिसे वोट देती है, वही प्रधानमंत्री बनता है। अब यदि चुनावों में जनता कांग्रेस को वोट नहीं दे रही है तो फिर मोदी क्या कर सकते हैं।
साभार, .P.MITTAL