गुना सांसद केपी सिंह यादव भाजपा में रहेंगे या कांग्रेस में जाएंगे?
क्या वाकई उन्हें भाजपा छोड़ने पर विवश किया जा रहा है? क्या वाकई गुना शिवपुरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया और जिला प्रशासन उनकी उपेक्षा कर रहा है? यह सवाल आजकल मप्र की राजनीति सबसे अधिक पूछा जा रहा है। मजेदार बात यह है कि भाजपा संगठन ने सिंधिया के मुद्दे पर केपी सिंह यादव को दो बार प्रदेश भाजपा कार्यालय बुलाकर फटकार लगाई है, लेकिन सरकार और संगठन यह सुनिश्चित नहीं कर पाया है कि गुना संसदीय क्षेत्र में होने वाले सरकारी कार्यक्रमों में सांसद को सम्मान से बुलाया जाए और पट्टिकाओं पर सांसद का नाम लिखवाया जाए। गुना शिवपुरी में सिंधिया समर्थक मंत्री अपने सांसद का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वैसे केपी सिंह यादव के भाई तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर बयान दे चुके हैं कि केपी सिंह यादव शीघ्र कांग्रेस में आएंगे!साभार:रविन्द्र जैन