कागज नहीं दिखाने पर भारत निर्वाचन सख्त.

 

*प्रकरण राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा………*

 

*“उप जिला निर्वाचन अधिकारी के विरुद्ध की है शिकायत”*

इंदौर 20 दिसंबर 2022, आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के पूर्व मतदाता सूची के पुनिरिक्षण का कार्य जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा किया जा रहा है जिसके लिए जारी की गई मतदाता-सूची से 98 हजार नाम काटे गए थे कांग्रेस नेता श्री दिलीप कौशल पूर्व पार्षद ने जिला निर्वाचन कार्यालय से हटाये गए 98 हजार मतदाताओ के सम्बन्ध में हटाये गए नामो के आधार दस्तावेज मांगे तथा रिकार्ड दिखने को कहा था, निर्वाचन कार्यालय इंदौर ने मानव संसाधन नहीं होने का अनूठा जवाब देकर रेकार्ड दिखने से इनकार किया था पूर्व पार्षद श्री दिलीप कौशल ने जानकरी प्रदेश अध्यक्ष  कमलनाथ एवं  महेंद्र जोशी को दी थी जिनके निर्देशों पर श्री कौशल ने विधिक शिकायत भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली में की थी भारत निर्वाचन आयोग ने श्री कौशल की शिकायत को गंभीरता से लेते हुवे आगामी कारवाई के लिए शिकायत को मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग को भेजी है जिसकी जानकारी श्री कौशल को ई-मेल पर भेजकर भोपाल स्थित राज्य निर्वाचन आयोग से संपर्क करने को लिखा है

विदित है कि मतदाता-सूची में फर्जीवाड़े की शिकायतो पर कर्नाटक राज्य में भी 27 लाख नाम तथा आंध्रा तेलंगाना राज्य में भी 46 लाख मतदाताओ के नाम मतदाता-सूची से निकाले जाने पर माननीय सर्वोच्य न्यायलय नई दिल्ली ने भी नोटिस जारी कर भारत निर्वाचन आयोग से जवाब माँगा है

कौशल ने भारत निर्वाचन आयोग की कारवाई पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुवे बताया कि वः विगत दो वर्षो से निरंतर इंदौर की मतदाता-सूची से फर्जी नाम हटावाने की लिए प्रयासरत है, जिसमे कई हद तक सफलता प्राप्त हुई है जिला निर्वाचन कार्यालय द्वरा जारी आंकड़ो अनुसार अभी तक 3 लाख 60 हजार के लगभग फर्जी और डबल नाम विलोपित किये जाने का दावा किया जा रहा है परन्तु हटाये गए मतदाताओ के आधार दस्तावेज नहीं दिखाए जा रहे है जिसके लिए वो निरंतर प्रयासरत है तथा वरिष्ठ नेताओ के भी संपर्क में है शिघ ही प्रदेश कांग्रेस इस सम्बन्ध में निर्णय लेगी ।

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