नर्मदा परिक्रमा यात्रा जल संरक्षण और संबर्धन के लिए उपयोगी साबित होगी – मुख्यमंत्री चौहान
भूजल स्तर बढ़ाने नर्मदा के दोनों तटो पर तालाब निर्माण किए जाए- मुख्यमंत्री चौहान
किसान प्राकृतिक खेती अपनाएं – मुख्यमंत्री चौहान
नर्मदा परिक्रमा जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए प्रेरणादायक- प्रदेश अध्यक्ष श वीडी शर्मा
आंवलीघाट में नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन कार्यक्रम आयोजित
सीहोर, 01 मई 2022,
महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री ईश्वरानंद उत्तम स्वामी महाराज के नेतृत्व में नर्मदा परिक्रमा यात्रा के समापन अवसर पर सीहोर जिले के नर्मदा आंवलीघाट में नर्मदा सेवा मिशन द्वारा नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किया गया। नर्मदा परिक्रमा में 182 यात्रियों द्वारा 3445 किलोमीटर की यात्रा 165 दिन में पूरी की गई। नर्मदा परिक्रमा का संयोजन श्री तपन भौमिक द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा अविरल कल-कल छल-छल बहती रहे, इसके लिए जरूरी है कि नर्मदा के दोनों तटों पर तथा नर्मदा के कैचमेंट एरिया में अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाए। इसके साथ ही नर्मदा तट के किसान अपने खेतों में फलदार पेड़ लगाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा के पावन जल को दूषित होने से रोकने के लिए मल एवं गंदगी को नर्मदा में जाने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा के कैचमेंट एरिया में जहां भी यूकेलिप्टस के पेड़ लगे होंगे, उन्हें हटाना होगा। यूकेलिप्टस पानी को अवशोषित कर धरती को बंजर बना देता है। उन्होंने कहा कि साल के पेड़ अधिक से अधिक लगाए जाएंगे, क्योंकि साल के पेड़ अपनी जड़ों से पानी छोड़ते हैं, जो छोटी-छोटी धाराओं के रूप में नर्मदा में मिलता है और नर्मदा की धार को अविरल बनाता है। उन्होंने कहा कि नर्मदा का संरक्षण और संवर्धन केवल सरकार अकेले के बस की बात नहीं है, इसके लिए पूरे समाज को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी हरियाली अमावस्या के अवसर पर पेड़ लगाने का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान से पूरे समाज को जोड़ा जाएगा और हरियाली अमावस्या से हर रोज एक माह तक अधिक से अधिक पेड़ लगाए लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जन अभियान परिषद पेड़ लगाने के स्थान और पेड़ की प्रजातियां निर्धारित करेंगे। उन्होंने उपस्थित लोगों को पेड़ लगाने और नर्मदा में गंदगी नहीं डालने का संकल्प भी दिलाया।
अमरकंटक के मेंकल पर्वत पर नही दी जाएगी निर्माण की अनमति
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक के मेंकल पर्वत पर किसी प्रकार के निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी। अमरकंटक आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्वत के नीचे होटल, रेस्टोरेंट आदि के लिए अनुमति रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों से अपील की है कि वे नरवाई न जलाएं। नरवाई जलाने से धरती की उर्वरता नष्ट होती है। कीटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि किसान प्राकृतिक खेती अपनाएं, शुरुआती दौर में वे कम भूमि पर प्राकृतिक खेती करें। मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों से कहा कि वह गाय पालन करें, इससे उन्हें प्राकृतिक खेती के लिए बड़ी मदद मिलेगी और सरकार की ओर से हर माह 900 रूपए गाय पालन के लिए दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत नर्मदा के दोनों और अधिक से अधिक तालाब बनाना होगा इससे भूजल का स्तर बढ़ेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा परिक्रमा से लोगों में जागरुकता आएगी, जो नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयोगी साबित होगी।
नर्मदा परिक्रमा जन जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण – प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा
सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि नर्मदा परिक्रमा जन जागरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इससे लोगों में मां नर्मदा के प्रति आस्था एवं उसके संरक्षण तथा संवर्धन की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मां नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए अपने स्तर पर कार्य कर रही है, लेकिन इससे लोगों का और समाज का जुड़ना जरूरी है।
165 दिन की यात्रा का अनुभव अद्भुत- महामंडलेश्वर श्री श्री ईश्वरानंद उत्तम स्वामी
नर्मदा परिक्रमा यात्रा के प्रमुख महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री ईश्वरानंद उत्तम स्वामी ने कहा कि इस 165 दिन की यात्रा का अनुभव बहुत अद्भुत है, इसे कम समय में व्यक्त करना संभव नहीं है। इस परिक्रमा से समाज में चेतना का संचार हुआ है, जो यात्रा के दौरान ही दिखाई दे रहा था। आमजन परिक्रमा यात्रा के सहयोग के लिए स्वप्रेरणा से आगे आ रहे थे।
कार्यक्रम में सांसद रमाकांत भार्गव, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, परिक्रमा यात्रा के संयोजक तपन भौमिक, भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय, मां कनकेश्वरी देवी तथा स्वामी राजेंद्र दास ने भी संबोधित करते हुए कहा कि नर्मदा की संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री चौहान चंपालाल के घर पहुंचे
मुख्यमंत्री चौहान रेहटी तहसील के ग्राम मोगरा के चंपालाल मेहरा के घर पहुंचे। उन्होंने परिवार की कुशलता पूछी और योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को दुलार किया और परिजनों के साथ फोटो खिंचाई। मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों को पढ़ाई में कड़ी मेहनत करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
यह थे उपस्थित
कार्यक्रम में वन मंत्री विजय शाह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल,, सुहास भगत, सहित अनेक संत एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।