मध्यप्रदेश में अप्रैल महीने के बाद पंचायत के चुनाव आयोजित होने हैं। इससे पहले प्रदेश में सहकारी संस्थाओं के चुनाव कराने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले सहकारी संस्थाओं के चुनाव करवाए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है।मप्र सरकार ने संस्थाओं के चुनाव कराने का भी फैसला कर लिया। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
25 अप्रैल तक पंचायत के चुनाव नहीं होने हैं। इसी विषय का निर्वाचन अधिकारी पदस्थ करने के साथ ही इसके लिए तैयारियों पर जोर दिया जा रहा है। सहकारी संस्था में चुनाव कराने की पूरी जिम्मेदारी सहकारी अधिनियम के अनुसार निर्वाचन प्राधिकारी को सौंपी जाएगी।
इस मामले में अधिकारियों की माने तो प्राथमिक स्तर पर समितियों का संचालक मंडल तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही सहकारी केंद्रीय बैंक के चुनाव आयोजित करवाए जाएंगे। प्रदेश में जिला सहकारी बैंकों के चुनाव के बाद ही राज्य सहकारी बैंक के चुनाव आयोजित होंगे। चरणबद्ध तरीके से अखिल भारतीय सहकारी संस्थाओं में प्रतिनिधि का चयन किया जाएगा।