नई दिल्ली, मार्च 26। सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में 28 और 29 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद में बैंक यूनियनों ने भी शामिल होने का फैसला किया है।
ऐसे में दोनों दिन बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेंगी। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने फेसबुक के जरिए हड़ताल में शामिल होने का ऐलान कर दिया है।
बंद को राजनीतिक दलों का भी समर्थन
आपको बता दें कि 22 मार्च 2022 को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच की बैठक के बाद देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था। विभिन्न राज्यों में तैयारियों का जायजा लेने के बाद यूनियनों ने कर्मचारी विरोधी, किसान विरोधी, जनता विरोधी और देश विरोधी नीतियों के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान कर दिया। इस बंद को राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिल गया है। बंगाल में वामपंथी पार्टियों ने बंद का समर्थन किया है। बंगाल सरकार ने भी बंद को लेकर कुछ निर्देश जारी किए हैं।
इन सेक्टरों पर दिखेगा बंद का असर
आपको बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की सरकार की योजना के साथ-साथ बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक 2021 के विरोध में बैंक संघ हड़ताल में भाग ले रहे हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 28 और 29 मार्च को होने वाली हड़ताल में बैंक बंद रहेंगे। बैंकों के पास उन कर्मचारियों की पेंशन है जो सेवानिवृत्त होने वाले हैं, हड़ताल में शामिल होने पर प्रभावित नहीं होंगे। हड़ताल में कोयला, इस्पात, तेल, दूरसंचार, डाक, आयकर, तांबा और बीमा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के श्रमिकों के भाग लेने की उम्मीद है। रेलवे और रक्षा क्षेत्र की यूनियनें देश भर में कई सैकड़ों स्थानों पर हड़ताल के समर्थन में जन लामबंदी करेंगी।