मध्यप्रदेश विधानसभा में गूंजी, बेरोजगारों की आवाज! पूर्व मंत्री वर्मा के विधानसभा में तीखे सवाल


 
मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र प्रारंभ होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सरकार पर तीखे सवाल दागे| सज्जन सिंह वर्मा सोशल मीडिया पर जिस तरह सरकार को बेरोजगारों के मुद्दे पर लगातार घेर रहे हैं उसी चिर परिचित अंदाज में उन्होंने विधानसभा सत्र के पहले दिन ही बेरोजगारों से जुड़े मुद्दे अपने सवालों के माध्यम से उठाएं|  वर्मा ने माध्यमिक एवं उच्च श्रेणी शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित में कई तीखे सवाल सरकार से पूछे उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार यह बताएं की अब तक कितने अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई साथ ही सरकार स्पष्ट करें कि विज्ञापित पदों में कितने पदों पर नियुक्तियां की गई और कितने पद अभी भी खाली है|
 
वर्मा ने राज्य स्कूल शिक्षा मंत्री से इस संबंध में जिलेवार जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की, साथ ही उन्होंने पूछा कि कितने अभ्यर्थियों को सरकार ने दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया और कितने लोगों को अयोग्य घोषित किया गया| जिन्हें अयोग्य घोषित किया गया उसके पीछे क्या प्रक्रिया अपनाई गई साथ ही अभ्यर्थियों की शिकायतों के निराकरण के संबंध में भी सरकार से सवाल पूछा|
 
गौरतलब है कि प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हजारों युवा अपनी नियुक्ति के इंतजार में सालों से बैठे हैं तथा सरकार से इस हेतु अनेकों बार मांग कर चुके हैं कई धरने प्रदर्शन तथा आंदोलन भी अभ्यर्थियों के द्वारा किए गए लेकिन प्रदेश सरकार ने उन्हें नियुक्ति की जगह लाठियां तोहफे में दी|  वर्मा ने कहा कि सरकार अपनी जवाबदारी से मुंह नहीं मोड़ सकती प्रदेश की युवा आबादी बेरोजगार घूम रही है यह प्रदेश के भले के लिए नहीं है| लाखों सरकारी पद खाली पड़े हैं लेकिन सरकार युवाओं को रोजगार नहीं देना चाहती अनेकों बार सरकार से प्रश्न पूछे गए लेकिन हमेशा इन सवालों से सरकार भागती है| श्री वर्मा ने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण सभी शिक्षकों को बिना विलंब किए नियुक्ति दी जाना चाहिए|
 
वर्मा ने प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित नहीं होने पर भी तीखे सवाल किए, उन्होंने सरकार से पूछा की प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा सरकार क्यों आयोजित नहीं कर रही है? इसके लिए कितने पद सरकार ने विज्ञापित किए तथा लाखों आवेदकों से पीस लेने के बाद भी परीक्षाएं आयोजित क्यों नहीं हो रही है? श्री वर्मा ने कहा कि सरकार ने कितनी राशि अभ्यर्थियों से ली है और यदि परीक्षा नहीं हो रही है तो अभ्यर्थियों से ली गई राशि सरकार क्यों वापस नहीं कर रही है? उन्होंने देवास जिले के भी अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण के संबंध में सरकार से सवाल पूछा।

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