भोपाल । भोपाल में सोमवार को कोरोना के 16 मामले सामने आए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी, विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने संबंधित परिवार को आइसोलेट करने और जरूरत होने पर छोटे कंटेंटमेंट जोन बनाकर संक्रमण को फैलने से रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि काटजू सहित अन्य अस्पतालों को कोरोना के इलाज के लिए चयनित करें और हवाई अड्डे एवं रेलवे स्टेशनों पर जांच शुरू कराएं। उन्होंने अधिकारियों को इसमें एक क्षण की भी लापरवाही न करने की हिदायत दी।
भोपाल के अलग-अलग क्षेत्रों से 16 मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने भोपाल कलेक्टर से कहा कि तुरंत सक्रिय होकर जरूरी कदम उठाएं। मास्क पर जोर दें, शारीरिक दूरी का पालन करने का आग्रह करें। जांच की संख्या बढ़ाएं और अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक मशीन और उपकरणों का एक बार परीक्षण कर लें। उन्होंने कहा कि पूरी कार्ययोजना तैयार कर प्रशासन को अलर्ट पर रखें। जन जागरुकता अभियान को गति देने के लिए मुख्यमंत्री खुद भी निकलेंगे।
कोई भी आंकड़े न छिपाए
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को निर्देश दिए कि कोरोना से संबंधित आंकड़े रोज सुबह-शाम मुझे उपलब्ध कराएं। कोई भी आंकड़े न छिपाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) की बैठक लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी मशीनरी (उपकरण, आक्सीजन संयंत्र, आक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर) का परीक्षण और समीक्षा कर लें। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में फिर से रोको-टोको अभियान को गति देने के निर्देश दिए हैं।