अस्पतालों की लूट :महिला डॉक्टर ने 15 दिन की फीस के 90 हजार वसूले तो अस्पताल ने 646 का इंजेक्शन 3100 रुपए में बेचा

 

 

कोरोना मरीजों से अस्पतालों की मनमानी वसूली पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। प्रशासन ने धारा 144 के तहत आदेश जारी सभी मेडिकल सर्विस, दवा, उपकरण आदि की दर तय कर रखी है, जिसका अस्पतालों पर कोई असर नजर आ रहा है।

प्रशासन को ही अब तक 29 अस्पतालों के खिलाफ 37 मरीजों की शिकायत मिली है, जिनमें तय दर से 11 लाख 64 हजार रुपए ज्यादा वसूले गए हैं। यानी एक मरीज से औसत 31 हजार रुपए ज्यादा लिए गए। एक अस्पताल में तो महिला डॉक्टर ने 15 दिन की विजिटिंग फीस ही 90 हजार वसूली, जबकि प्रशासन ने इसे 2000 रुपए तक ही लेने का आग्रह किया है। डॉक्टर की तरह डायटिशियन की रोज फीस ले रहे, जबकि डाइट चार्ज एक बार बनता है, फिजियोथैरेपिस्ट, नर्सिंग केयर की भी अलग फीस

9 इंजेक्शन पर 22 हजार ज्यादा लिए

1. एयरपोर्ट रोड के अस्पताल ने 646 का इंजेक्शन 3100 रु. में दिया। 9 इंजेक्शन के 22086 ज्यादा लिए। इंटेसिव के नाम आईसीयू में 1000 रोज अलग जोड़े।

पल्स, बीपी मॉनिटर के भी हजार रु. रोज

2. आईसीयू में पल्स, बीपी मॉनीटर के 1000 से 1175 रु. अलग से चार्ज किए। नेबुलाइजर, ग्लूकोमीटर कीे भी अलग फीस वसूली।

ICU में 4 दिन रखा, किराया 6 का लिया

3. एक मरीज को आईसीयू में 4 दिन रखा, लेकिन 6 दिन का किराया 15 हजार ज्यादा वसूला। एक अस्पताल ने आरएमओ की फीस के नाम 24 हजार वसूले।

ऑक्सीजन के 1500 नहीं 2500 वसूले

4. हाई फ्लो आॅक्सीजन नहीं देने पर भी ढाई हजार रोज वसूले, जबकि यह 24 घंटे ऑक्सीजन देने पर भी यह 1500 रुपए रोज ही होता है।

नर्सिंग केयर की फीस अलग से जोड़ी

5. अस्पतालों ने नर्सिंग केयर के 7 दिन भर्ती मरीजों सेे 15 हजार अलग लिए। डायटीशियन की रोज 500 रु. फीस वसूली, जबकि डाइट चार्ट एक ही बार बनता है।

बॉयो मेडिकल वेस्ट के नाम भी वसूली

6. कुछ अस्पताल प्रति मरीज 100 रुपए रोज बायो मेडिकल वेस्ट के ले रहे हैं। एक मरीज से रोज 500 रु. की दर से 16 दिन के 8 हजार लिए गए।

अस्पतालों से वापस करा रहे ज्यादा वसूली राशि

अभी तक 35 से ज्यादा शिकायतों पर कमेटी द्वारा बिलों की जांच कराई गई है। इसमें तय शुल्क से जो भी दरें अधिक पाई गईं, उसे मरीजों के परिजनों को लौटाया जा रहा है। अभी तक करीब 12 लाख रुपए लौटाए जा चुके हैं। दवा की कालाबाजारी करने पर इंदौर में 47 लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई और 22 पर एफआईआर की गई है। संदेश साफ है इस महामारी में किसी भी स्तर पर गलत काम को सहन नहीं किया जाएगा। –मनीष सिंह, कलेक्टर, इंदौर

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