कोरोना की दूसरी लहर का कहर देश में अब साफ नजर आ रहा है। महाराष्ट्र में संक्रमण के तांडव के बाद अब गुजरात में स्थितियां भयावह होती जा रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश और दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होती दिख रही हैं। देश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटों में 1,84,372 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,38,73,825 पहुंच गए हैं। वहीं बीते 24 घंटों में 1027 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया, इसी के साथ कोविड से मरने वालों की संख्या 1,72,085 हो गई। पिछले छह महीने में एक दिन में जान गंवाने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा था। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान हुई कुल 1026 मौतों में से 281 महाराष्ट्र में, 156 छत्तीसगढ़ में, 61 कर्नाटक में, 85 उत्तर प्रदेश में और 81 दिल्ली में हुई हैं।
सूरत में पिघलने लगीं शवदाह गृह की चिमनियां
गुजरात में कोरोना की स्थिति भयावह होती दिख रही है। यहां हर मिनट में कोरोना के चार से अधिक मरीज मिल रहे हैं। वहीं हर घंटे 3 लोगों की जान जा रही है। ऑक्सिजन न मिलने से मरीज की सांस उखड़ रही है। अस्पताल में बेड न मिलने पर मरीज एंबुलेंस में ही घंटों लेटे हुए हैं और श्मशान में दाह संस्कार के लिए कई शव कतार में लगे हैं। पिछले 24 घंटे में गुजरात में 6,690 नए मरीज मिले और 69 लोगों की रेकॉर्ड मौत हुई। अहमदाबाद सबसे ज्यादा प्रभावित है जहां 2,251 नए कोविड केस मिले। वहीं सूरत में कोरोना से हो रही मौतों ने भयावह रूप ले लिया है।
यहां शवों के अंतिम संस्कार का सिलसिला इतना अधिक बढ़ गया है कि चिताओं की चिमनियां भी पिघलने लगी हैं। सूरत के अश्विनी कुमार और रामनाथ घेला श्मशान घाट के प्रमुख हरीशभाई उमरीगर का कहना है कि यहां रोजाना 100 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है। इस कारण चिमनियां ठंडी नहीं हो रही हैं और वो पिघलने लगी हैं। मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी होने के चलते 14 साल से बंद तापी नदी के तट पर कैलाश मोक्षधाम शवदाह गृह को फिर से खोल दिया गया है। तीन दिन में यहां 50 से ज्यादा अंतिम संस्कार हो चुके हैं। श्मशान घाटों पर तीन से चार घंटे की वेटिंग चल रही है।