गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिसवालों के बीच झड़प होती देखी गई. इस बीच बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान अपनी ‘ट्रैक्टर रैली’ के दौरान लालकिला पहुंच गए और उन्होंने यहां किसान संगठनों का झंडा फहराया. किसान लालकिले की प्राचीर पर पहुंच गए, जहां पर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा ध्वज फहराकर देश को संबोधित करते हैं. किसानों ने यहां किसान यूनियनों का झंडा फहराया. इस दौरान पुलिस की ओर से इन्हें रोकने और समझाने की कोशिश भी हुई, लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने.
इसके साथ ही ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर सवार हजारों किसान व्यस्त आईटीओ चौराहे पर पहुंच गए और इंडिया गेट की ओर बढ़ने की कोशिश करने लगे. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच ‘चूहे-बिल्ली का खेल’ जैसा होते देखा गया. लालकिले पर तैनात पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा.
कुछ प्रदर्शनकारियों ने 17वीं सदी के ऐतिहासिक स्थल लाल किले की प्राचीर पर झंडे गाड़ दिए और एक धार्मिक चिन्ह के साथ भगवा पताका भी लहराया. बाद में इनमें से कुछ किसानों ने और आगे बढ़ते हुए किसान यूनियन का झंडा लगाया, जहां एक बड़ा तिरंगा लहरा रहा था. कुछ समय बाद सुरक्षाकर्मी किसानों को लालकिले की प्राचीर से हटाने में सफल रहे, जिसके बाद उनकी पुलिस के साथ झड़पें भी हुईं. इस दौरान कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हो गए.
एक प्रदर्शनकारी की हुई मौत
इसके बाद किसान लालकिला क्षेत्र से निकलकर मध्य दिल्ली की ओर बढ़े. इससे पहले अज्ञात कारणों से मध्य दिल्ली में आईटीओ चौराहे के पास एक युवा किसान की मौत हो गई. साथी किसान मृतक के शव के साथ घटनास्थल पर धरने पर बैठ गए, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश का निवासी था. इससे पहले दिन में, मध्य दिल्ली में आईटीओ चौराहे के पास अराजकता फैल गई, क्योंकि सैकड़ों किसानों ने वहां रैली की. घटनास्थल पर प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों को भागने पर भी मजबूर कर दिया. कई वीडियो क्लिप में किसानों को ट्रैक्टरों के साथ पैदल पुलिसकर्मियों का पीछा करते हुए देखा जा सकता है.
इसके अलावा आईटीओ रोड पर खड़ी एक डीटीसी की बस को ट्रैक्टर के साथ धक्का देकर गिराने की कोशिश करते देखा जा सकता है. पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसूगैस के गोले दागे और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, क्योंकि किसान लालकिले और मध्य दिल्ली की ओर बढ़ने के लिए अड़े रहे. बाद में रैपिड एक्शन फोर्स और सीमा सुरक्षा बल को भी आईटीओ चौराहे पर तैनात किया गया. पुलिस के साथ चली खींचतान के बाद किसान दीनदयाल उपाध्याय मार्ग की ओर बढ़ गए, जहां आम आदमी पार्टी (AAP), दिल्ली कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यालय हैं.