पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने लाल किले पर झंडा फहराने के किसानों के कदम की निंदा की, बताया-लोकतंत्र की मर्यादा के प्रतीक का अपमान

 

नई दिल्ली: केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने ”ट्रैक्टर परेड” के दौरान लाल किले में प्रवेश कर वहां झंडा फहराने के किसानों के एक समूह के कदम की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि इससे भारतीय लोकतंत्र की मर्यादा के प्रतीक का अपमान हुआ है.

प्रदर्शनकारी किसानों ने लालकिला परिसर घुस कर लगाया झंडाः
पुलिस द्वारा आईटीओ से खदेड़े गए प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंच गया. प्रदर्शनकारी किसान और निहंग (पारंपरिक सिख योद्धा) लालकिला परिसर में घुस गए और उस ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगाते दिखे, जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. उन्होंने (प्रदर्शनकारी किसानों के समूह ने) लालकिले के कुछ गुंबदों पर भी अपने झंडे लगा दिए.

केन्द्रीय मंत्री ने घटना को बताया मर्यादा का उल्लंघनः
केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने ट्वीट किया कि लालकिला हमारे लोकतंत्र की मर्यादा का प्रतीक है, आन्दोलनकारियों को लालकिले से दूर रहना चाहिए था. इसकी मर्यादा का उल्लंघन किए जाने की मैं निंदा करता हूं. यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.

उग्र प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्जः
इससे पहले प्रदर्शनकारी किसान आईटीओ पहुंचे और लुटियंस इलाके की तरफ बढ़ने की कोशिश की. इसपर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इस घटना में कई प्रदर्शनकारियों और पुलिस के जवान घायल भी हुए हैं.

किसान नए कृषि कानूनों का कर रहे विरोधः
गौरतलब है कि केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान लगभग दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं. वे इन तीन कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी रूप देने की मांग कर रहे हैं. इसी आंदोलन के तहत मंगलवार को गणतंत्र दिवस के दिन किसान राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड निकाल रहे थे.

 

 

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