नई दिल्ली, 18 सितम्बर । कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि एक देश-एक बाजार की व्यवस्था से किसानों को लाभ होगा। देशभर में 10 हजार कृषक उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे, जिनके माध्यम से किसानों को गुणवत्तायुक्त इनपुट एवं उत्पादों का बाजार में सही मूल्य मिल सकेगा।
तोमर ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास का उद्घाटन किया। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि के क्षेत्र में अनेक नए आयाम जुड़े हैं। भारत सरकार का कोई भी कार्यक्रम हो, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्छे-से क्रियान्वित किया जा रहा है। लोक सभा ने जो नए विधेयक पारित किए हैं, उनका फायदा भी छोटे व मझौले किसानों तक पहुंचेगा। ये विधेयक देशभर के किसानों के जीवन में खुशहाली लाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा अपनी स्थापना के 10 वर्षों की अल्पावधि में ही भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से प्रकाशित श्रेष्ठता सूची के तहत कृषि विवि व सकमक्ष संस्थानों में देश में 18वां स्थान हासिल करने पर खुशी जताई। उन्होंने विवि द्वारा यू-ट्यूब, वाट्सएप व सामुदायिक रेडियो से किसानों को ट्रेनिंग के साथ-साथ तकनीकी फिल्मों का प्रदर्शन करते कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों की समसामयिक जानकारी प्रदान करने की भी सराहना की।
तोमर ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान सूचना तकनीक के माध्यम से किसानों के कौशल उन्नयन को बढ़ावा देने के लिए प्राप्त देश का प्रतिष्ठित स्काच ‘गोल्ड मैडल’ बिहार कृषि विवि की सेवा भावना का प्रतीक है। श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि ई-गर्वनेन्स एवं डिजिटाइजेशन के माध्यम से सिस्टम को गतिशील बनाया जाएं, जिसका सीधे किसानों को लाभ मिल सकें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बिहार के कृषि तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा कि लोक सभा द्वारा मंजूर कृषि क्षेत्र के दोनों महत्वपूर्ण विधेयकों से किसानों को अपनी फसल अपने हिसाब से बेचने की आजादी मिलेगी। किसान जहां चाहेगा-जिसे चाहेगा, अपनी फसल बेच सकेगा। ई-ट्रेडिंग के जरिए खरीद-बिक्री हो सकेगी। किसानों को फसल की अच्छी कीमत मिल पाएगी। एक देश-एक बाजार की दिशा में यह बहुत ही दूरदर्शी कदम है।