राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अलकायदा के बड़े नेटवर्क के पर्दाफाश का दावा किया है. एनआईए ने अलकायदा मॉड्यूल को लेकर केरल और पश्चिम बंगाल में छापेमारी की है. एनआईए की इस छापेमारी के दौरान 9 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बताया जा रहा है कि अलकायदा को लेकर बिल्कुल नए मामलों में छापेमारी की गई है. ये छापेमारी केरल ने एर्नाकुलम और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में की गई है. छापेमारी के दौरान 9 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए ने छापेमारी के दौरान केरल के एर्नाकुलम से 3 जबकि बंगाल के मुर्शिदाबाद से 6 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि कई सुरक्षा प्रतिष्ठान इनके निशाने पर थे. गिरफ्तार अधिकतर लोगों की उम्र 20 वर्ष के आसपास बताई जा रही है. सभी मजदूर हैं. आतंकी साजिश को लेकर इनपुट मिलने के बाद इन पर निगाह रखी जा रही थी.
एनआईए ने आज सुबह एर्नाकुलम (केरल) और मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) में कई स्थानों पर एक साथ छापे मारे और अल-कायदा के पाकिस्तान प्रायोजित मॉड्यूल से जुड़े 9 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया.
अलकायदा मॉड्यूल की मिली जानकारी
एनआईए को पश्चिम बंगाल और केरल सहित देश के विभिन्न स्थानों पर अल-कायदा के सदस्यों के एक अंतरराज्यीय मॉड्यूल के बारे में पता चला था जिसके बाद ये छापेमारी की गई. यह ग्रुप देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की योजना बना रहा था. एनआईए ने इसे लेकर केस दर्ज किया है और आगे की जांच पड़ताल जारी है.
एनआईए ने गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के पास से डिजिटल उपकरण, दस्तावेज, जिहादी साहित्य, धारदार हथियार सहित बड़े पैमाने पर अन्य सामग्रियां बरामद की है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान स्थित अलकायदा के आतंकियों ने इन्हें कट्टरपंथी बनाया. पाकिस्तान में बैठे आतंकियों ने इन्हें दिल्ली सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों पर अटैक करने के लिए उकसाया था.
एनआईए के मुताबिक हमले के मकसद से मॉड्यूल सक्रिय रूप से धन जुटाने में लिप्त था और गिरोह के कुछ सदस्य हथियारों और गोला-बारूद की खरीद के लिए दिल्ली की यात्रा करने की योजना बना रहे थे.