करोड़ों रुपए का गेहूं खरीद कर किसानों के खाते में नहीं डाले गए पैसे:कांग्रेस

किसानों पर दोहरी मार कब होगा भुगतान बताए सरकार

समर्थन मूल्य पर बंपर गेहूं खरीदी के नाम पर वाहवाही लूटने वाली शिवराज
सरकार किसानों का लाखों टन गेहूं वापस करने की तैयारी में

कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी पर सवाल उठाने वाली सरकार की किसान विरोधी
नीति आई सामने
हजारों टन गेंहूं आफलाइन क्यों जबाब दें कृषि मंत्री पटैल-भूपेन्द्र गुप्ता

भोपाल।24जुलाई’2020,
मध्यप्रदेश सरकार ने हजारों किसानों से उपार्जन के आंकड़े बढ़ा चढ़ाकर दिखाने
के लिये खरीद तो लिया है लेकिन न तो वह पोर्टल पर चढ़ा है न ही उसका भुगतान
हो पा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने सरकार को
चेताया कि किसानों के लगातार परेशान होने से देवास की उपार्जन कमेटी ने जिन
किसानों का गेंहूं लौटाने का फैसला किया था जिसकी सूचना उपायुक्त सहकारिता
ने अपने 22जुलाई के पत्र में दी थी।जानकारी मिल रही है कि ये निर्देश
सहकारिता आयुक्त की  विडियो कान्फ्रेंस के बाद जारी किये गये थे,जिसमें
चर्चा है कि इस भुगतान के लिये उपार्जन अधिकारियों से बसूली किये जाने हेतु
धमकाया गया था।
इस शर्मनाक परिस्थिति और लोकनिंदा से बचने के लिये सहकारिता उपायुक्त ने
अपना पत्र तो निरस्त कर दिया।किंतु यह स्पष्ट नहीं किया कि कलेक्टर द्वारा
उपार्जन समिति में लिये फैसले का क्या हुआ न ही यह जानकारी दी कि किसानों
का भुगतान कब और कैसे होगा।विदित हो कि अकेले देवास में ही 7500 मीट्रिक टन
का भुगतान शेष है।
गुप्ता ने कथित प्रतिदिन एफ आइ आर लगाने वाले कृषि मंत्री से पूछा है कि
पूरे प्रदेश में कितने किसानों की आफलाइन उपार्जन की  पोर्टल एंट्री नहीं
हुई है उनकी जिलाबार संख्या जारी करें यह भी बतायें कि प्रदेश में गेंहूं
की कितनी मात्रा पोर्टल पर चढायी जानी शेष है और किसानों का कितने करोड़ का
भुगतान शेष है?
गुप्ता ने कहा कि सरकार उपारःजन के आंकड़े बढ़ाने के लिये किसानों से धोखाधड़ी
नहीं कर सकती।अगर किसानों को एक पखवाडे़ में भुगतान नहीं किया गया तो
आंदोलन करेगी और किसानों से हुई इस धोखाधड़ी के लिये किसानों से एफ आइ आर
करवायेगी

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