अयोध्या :
जल्द ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो सकता है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि अगस्त महीने की पांच तारीख को भूमि पूजन का कार्य होगा. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. क्योंकि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया था कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजकर आधारशिला रखने के मौके पर राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए उन्हें आमंत्रित किया है. हालांकि प्रधानमंत्री की उपस्थिति को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है.
महंत कमल नयन दास ने पहले ही बताया था कि ट्रस्ट सावन मास के दौरान ही राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कराना चाहता है. हालांकि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण शुरू करने की प्रकिया कब शुरू होगी ये तय नहीं है.
इस बारे में निर्णय लेने के लिए शनिवार को दोपहर तीन बजे अयोध्या सर्किट हाउस में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अहम बैठक होने जा रही है. बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा भी रहेंगे.
नृपेंद्र मिश्रा 16 जुलाई से ही अयोध्या में हैं. उनके साथ बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सुरक्षा सलाहकार के के शर्मा भी पहुंचे थे. साथ ही बड़े इंजीनियरों का एक दल भी अयोध्या में मौजूद है, जो मंदिर निर्माण की बारीकियों पर नजर बनाए हुए हैं.
राम मंदिर का मॉडल तैयार करने वाले चंद्रकांत सोमपुरा के अलावा उनके बेटे निखिल सोमपुरा भी अयोध्या पहुंचे हैं जो आज (18 जुलाई) की मीटिंग में शामिल हो सकते हैं.
मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर लगातार अटकलें चल रही हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आज की इस बैठक में मंदिर निर्माण शुरू करने की तारीख पर मुहर लग सकती है.
राममंदिर ट्रस्ट की बैठक उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 18 जुलाई को तय की गई थी. इस बैठक में जमीन के समतल होने के बाद परियोजना के विभिन्न चरणों पर चर्चा होगी. यह ट्रस्ट अयोध्या में राममंदिर निर्माण के काम की देखरेख के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत गठित किया गया है.
इस ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास हैं. प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा, केंद्रीय अतिरिक्त गृह सचिव ज्ञानेश कुमार और उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी समेत कई अन्य इसके सदस्य हैं.
बैठक के एजेंडा को लेकर कहा जा रहा है कि मंदिर के पिलरों की नींव रखने का मुद्दा बैठक में उठाया जा सकता है.