नई दिल्ली, 27 जून । वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीन से आमने-सामने की तनातनी के बीच आकाश एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए जाने के बाद देर रात युद्ध जैसे हालात देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय सेनाओं ने पहले ही आसमान से लेकर जमीन तक अपनी स्थिति मजबूत करने के बाद यह ऐलान किया है।
चीन के किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए पूर्वी लद्दाख की सीमा पर अग्रिम चौकियों तक फौज और आसमान में लड़ाकू विमानों के बाद स्वदेश निर्मित आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को भी तैनात किया गया है। डीआरडीओ निर्मित यह प्रणाली दुश्मन के लड़ाकू विमानों का 30 किलोमीटर दूर से सरहद की ओर आने वाली हर मिसाइल का पहले ही पता लगाकर उसे नीचे ला सकती है। इसमें लड़ाकू जेट विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है।
तनाव वाले इलाकों में उड़ रहे चीनी विमान
दरअसल पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी एयरफोर्स के लड़ाकू विमान बॉर्डर के बेहद करीब उड़ान भरते देखे गए हैं। उनके इरादों को भांपते हुए सेना और एयरफोर्स ने एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर दिए हैं। एलएसी के पास चीन की तरफ से हलचल तेज हो गई हैं। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक बॉर्डर से सटे इलाकों में बड़ी संख्या में मौजूद हैं। चीनी एयरफोर्स भी सीमा के बेहद करीब है। चीन ने सीमा पार अपने इलाके में कई एयरबेस तैयार किए हैं जहां से उसके लड़ाकू विमान रोज उड़ान भर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों यह माना कि मई से ही चीन लगातार लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश में जुटा हुआ है। 15 जून की रात गलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन ने एलएसी पर सेना बढ़ाई है। यही नहीं कई तरह की मिसाइल, हथियार, तोप की तैनाती भी बढ़ा दी है।
चीन की एयरफोर्स ने एलएसी के पास सुखोई-30 जैसे फाइटर प्लेन तैनात किए। सूत्रों ने बताया कि चीन के हेलिकॉप्टर्स एलएसी के बेहद करीब उड़ान भर रहे हैं। इनमें दौलत बेग ओल्डी सेक्टर, गलवान घाटी, पेट्रोलिंग पॉइंट 14, 15, 17 और 17 ए के अलावा पैंगोंग त्सो फिंगर 3 इलाके के नजदीक चीनी विमान देखे गए।
भारत को रूस से हाईटेक एयर डिफेंस सिस्टम मिलेगा
भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में ‘आकाश’ मिसाइलें भी भेजी हैं जो किसी भी तेज रफ्तार एयरक्राफ्ट या ड्रोन को पलक झपकते ही मार गिराने में सक्षम है। पहाड़ी इलाकों में इस्तेमाल के लिए आकाश मिसालों को अपग्रेड किया गया था। इसके अलावा भारत को जल्द ही रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिलने वाला है। यह लंबी दूरी तक हवाई निगरानी करने के साथ ही दुश्मन की मिसाइलों को गिरा सकता है।
हाल-फिलहाल भले ही अभी दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू होने जैसी स्थिति न आए लेकिन भारत और चीन के बीच तनाव कम करने के लिए चल रहे राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य प्रयासों के बावजूद सीमा पर बढ़ रही हलचल को देखते हुए भारतीय सेनाओं ने सीमा पर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी कर दिया है ताकि सेना और वायु सेना अचानक आकस्मिक स्थिति आने पर चंद मिनटों में चीन के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार रहें।