चीन सीमा पर शहीद हुए 20 जवानों के नामों को सेना आज जारी करेगी. सूत्रों की मानें, तो चीन बॉर्डर के हालात में अभी ज्यादा बदलाव नहीं आया है. बातचीत का कोई हल निकलकर सामने नहीं आया है. अब सिर्फ लद्दाख ही नहीं बल्कि पूरे LAC पर अलर्ट है.
लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ भिड़ंत में शहीद हुए कर्नल बाबू का पार्थिव शरीर आज शाम चार बजे हैदराबाद पहुंचेगा. कर्नल की पत्नी और बच्चे अभी दिल्ली में हैं, यहां से हैदराबाद वह साथ जाएंगे.
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर धोखे से भारतीय जवानों पर हमला करने के बाद चीन अब बातचीत से मामले का हल निकालने की अपील कर रहा है. चीन के एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय पक्ष को अपने सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से रोकना चाहिए और बातचीत और वार्ता के सही रास्ते पर लौटना चाहिए.

चीन ने कहा कि भारत को इस तरह एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. चीन ने ये तो माना है कि इसमें उसको नुकसान हुआ है, लेकिन ये मानने को तैयार नहीं है कि कितने सैनिकों की मौत हुई है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक इस हिंसक झड़प में चीन के 43 सैनिक हताहत हुए हैं. हालांकि, चीन की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

चीन ने उल्टे भारत पर लगाया आरोप
इस घटना को लेकर चीन पर आरोप है कि उसने धोखे से ऐसा हमला किया. लेकिन उल्टा चीन भारत पर ही सवाल उठाने लगा, चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सैनिक जबरन बॉर्डर पार कर घुस रहे थे, उसी दौरान ये झड़प हुई.

घटना के सामने आने के बाद से ही दिल्ली में बैठकों का दौर तेज हो गया. पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत समेत तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री शामिल हुए.
भारतीय सेना की ओर से देर रात को इस घटना पर विस्तृत बयान जारी किया गया. जिसके मुताबिक, 6 जून के समझौते के अनुसार गलवान घाटी के पास सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जारी थी. जब भारतीय दस्ता बॉर्डर किनारे चीन की स्थिति को जांचने पहुंचा, तब दोनों देशों के सैनिकों के बीच भिड़ंत हो गई.
शुरुआत में एक कमांडिंग अफसर और दो जवानों के शहीद होने की बात सामने आई थी, लेकिन बाद में सेना ने जानकारी दी कि अन्य 17 घायल भी शहीद हो गए हैं, यानी कुल 20 जवान शहीद हुए.