भारत के दक्षिणी हिस्से में आगमन के साथ ही मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है. यह चेन्नई, चित्तूर, तुमुकुरु, शिमोगा, करवार को पार कर चुका है. अगले 48 घंटे में मॉनसून महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दस्तक दे सकता है. इधर, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण चक्रवाती हवाओं के चलने की संभावना है. बंगाल की खाड़ी में बने दवाब क्षेत्र से मॉनसून को और गति मिलेगी और ये तेजी से आगे बढ़ेगा.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इससे मॉनसून को मिलने वाली गति के कारण अगले 24 घंटों के दौरान अरब सागर के मध्य में, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में, कर्नाटक और रायलसीमा के कुछ इलाकों में, तमिलनाडु के बाकी हिस्सों में, ओडिशा, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर कोंकण और केरल में भारी वर्षा होने की संभावना है.
इसके अलावा प्री-मॉनसून की गतिविधियों के चलते छत्तीसगढ़ और दक्षिण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी 12 जून तक भारी वर्षा की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने की संभावना है. इसके मद्देनजर मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में मछुआरों को दूर रहने और समुद्र में नहीं उतरने की हिदायत दी है.
स्काईमेट के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों में 10 जून से मौसम बदलेगा और 13 जून तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है. उत्तर प्रदेश को बारिश के लिए दो दिन का इंतजार करना होगा. यहां 12 जून से 14 जून के बीच हल्की बारिश की संभावना है. राजस्थान में पारा ऊपर जा सकता है. अनुमान के मुताबिक यहां कुछ इलाकों में तापमान 43 डिग्री तक पहुंच सकता है.
इस सप्ताह मॉनसून ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में दस्तक दे सकता है. अगले दो से तीन दिनों में महाराष्ट्र में भारी बारिश देखेने को मिल सकती है. गुजरात में सप्ताह के अंत तक मॉनसून दस्तक दे सकता है.
गंगीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में 14 जून तक मॉनसून का असर देखा जा सकता है. अनुमान के मुताबिक इन राज्यो में भी इसी हफ्ते मॉनसून का आगमन हो सकता है. वहीं, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और तेलंगाना में 13 जून तक भारी बारिश की पूरी संभावना है.