भोपाल। अटल बिहारी बाचपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में स्थित स्टॉफ क्वार्टर में मौसी के साथ रहने वाले एक गेस्ट फैकल्टी ने आज सुबह फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। हाल ही में उसे नौकरी से निकाला गया था। जिसके बाद से ही वह तनाव में था। सूत्रों का दावा है कि खुदकुशी के एक‑दो दिन पूर्व फेकल्टी और वाइस चांसलर (वीसी) के बीच दोबारा नियुक्ति को लेकर बातचीत हुई थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार आर्यन सिंह हिंदी विश्वविद्यालय में बतौर गेस्ट फेकल्टी पदस्थ रहे हैं। वहीं भोल यूनीवर्सिटी में उनकी मौसी हेमलता दिनकर भी पदस्थ हैं। उन्हीं के स्टॉफ क्वार्टर में आर्यन और मौसी का परिवार रहता है। निजी परेशानियों के चलते बीते दिनों आर्यन सहित अन्य को नौकरी से निकाला गया था। इन तमाम लोगों की नियुक्ति एक एजेंसी के जरिए हुई थी। सुबह आर्यन की आत्महत्या के बाद उनके साथी कर्मचारी मौके पर एकत्र हो गए। जमकर हंगामा किया गया। जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर रजिस्ट्रार सहित अन्य अधिकरी भी पहुंच गए थे। पुलिस ने समझाइश देकर सभी को शांत कराया था। वहीं पुलिस सूत्रों का दावा है कि स्पॉट से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं चूनाभट्टी थाना प्रभारी ऋिचा जैन का कहना है कि सूचना के बाद वह स्पॉट पर पहुंची थीं। आर्यन की कमरे की तलाश जारी है। नौकरी से हटाए जाने के बाद तनाव में होने की बात सामने आई है। परिजनों के कथन फिलहाल दर्ज नहीं हो सके हैं।