भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना से और सात लोगों की मौत हो गई, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान 234 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8762 से बढ़कर 8996 पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में इस महामारी से अब तक 384 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर रात जारी कोरोना से सम्बंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई।
बुलेटिन में बताया गया है कि प्रदेशभर में 6076 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 234 रिपोर्ट पॉजिटिव और 5842 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं, जबकि 23 सेम्पल रिजेक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8996 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3687, भोपाल 1682, उज्जैन 707, खंडवा 258, बुरहानपुर 316, जबलपुर 267, खरगौन 181, धार 126, ग्वालियर 176, नीमच 290, मंदसौर 93, सागर 216, मुरैना 106, देवास 114, रायसेन 69, भिंड 70, बड़वानी 54, होशंगाबाद 37, रतलाम 44, रीवा 35, विदिशा 36, बैतूल 35, सतना 22, छतरपुर 29, डिंडौरी 29, दमोह 26, आगरमालवा 14, झाबुआ 13, अशोकनगर 13, शाजापुर 11, सीधी 17, सिंगरौली 11, दतिया 11, शहडोल 12, बालाघाट 07, श्योपुर 23, शिवपुरी 15, टीकमगढ़ 15, छिंदवाड़ा 16, नरिसंहपुर 17, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 20, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 21, हरदा 03, राजगढ़ 14, गुना 04, मंडला 05, सिवनी 02 और कटनी के तीन मरीज शामिल हैं।
बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में शुक्रवार को कोरोना से सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें चार इंदौर, एक उज्जैन, एक खंडवा और एक खरगौन का निवासी है। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 384 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 149, भोपाल 61, उज्जैन 59, बुरहानपुर 16, खंडवा 15, जबलपुर 10, खरगौन 12, ग्वालियर 02, धार 03, मंदसौर 08, नीमच 05, सागर 10, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 01, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 02, बड़वानी 01 मुरैना 01, राजगढ़ 01, श्योपुर 01, टीमकगढ़ 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
बुलेटिन में राहत की खबर यह बताई गई है कि राज्य में अब तक 5878 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और वे स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2734 हैं। एक्टिव केस स्वस्थ हुए मरीजों से आधे से भी कम हैं।