नई दिल्ली: चीन के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर एक ऐसा खुलासा किया है जिसने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है. दरअसल, चीन के वैज्ञानिकों का दावा है कि करोना वायरस से पीड़ित पुरुष के स्पर्म की जांच की गई जिसमें कम मात्रा में ही सही लेकिन कोरोना वायरस मिले हैं. इस जांच के बाद कहा जा रहा है कि सेक्शुअल रिलेशन से भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक चीन के शांगक्यू म्युनिसिपल हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 38 पुरुष मरीजों की जांच में ये बात सामने आई है. इनमें से 6 मरीजों के स्पर्म में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये निष्कर्ष प्रारंभिक हैं और बहुत ही कम लोगों पर ये शोध किया गया है. ऐसे में ये कहना अभी मुश्किल है कि सेक्शुअल रिलेशन से कोरोना का संक्रमण फैल सकता है या नहीं. इसके लिए ज्यादा लोगों की जांच करने की जरूरत होगी. यह स्टडी जामा नेटवर्क में प्रकाशित हुई है.
उन्होंने कहा कि जिन 6 लोगों के स्पर्म में Covid-19 का संक्रमण मिला है उनमें से कुछ पहले ही ठीक हो चुके हैं. लेकिन उनके स्पर्म में कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है. ऐसे में हो सकता है कि Covid-19 सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज की कैटेगरी में आ जाए.
इस शोध को लेकर ब्रिटेन के शेफील्ड यूनिवर्सिटी में एंड्रोलॉजी के प्रोफेसर एलेन पैसी का कहना है कि Covid-19 सेक्शुअली ट्रांसमिट होता है कि नहीं, अभी तक इसके कोई पुख्ता परिणाम नहीं मिले हैं.
उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखने की जरूरत है कि कोरोना वायरस स्पर्म के अंदर सक्रिय है या नहीं. अगर ऐसा है तो यह मरीज के स्पर्म के अंदर कितने समय सक्रिय रहता है. क्या उससे वाकई संक्रमण का खतरा है?
पैसी का मानना है कि इस बात से आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि ये वायरस संक्रमित पुरुष के स्पर्म में भी पाया जाता है. उन्होंने कहा कि इबोला और ज़ीका वायरस के केस में भी ऐसा ही थी. उन्होंने कहा कि पुरुष प्रजनन पर Covid-19 के दीर्घकालिक प्रभाव के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.