भारत में 3 मई तक जारी रहेगा लॉकडाउन, और सख्त होंगे नियम

 

भारत में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाना पड़ेगा

20 अप्रैल तक बारिक नजर रखी जाएगी

घर से बाहर निकलने के नियम कड़े किए जाएंगे

किसानों को कम से कम दिक्कत हो

दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त भंडार है

कल सरकार नई गाइड लाइन जारी करेगी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी के त्याग से भारत कोरोना को काफी हद तक टालने में सफल रहा है। आप लोगों ने कष्ट सहकर भी देश को बचाया है। मैं जानता हूं आपको कितनी दिक्कतें आई है। किसी को खाने की परेशानी, किसी को आने-जाने की परेशानी, कोई घर परिवार से दूर है, लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। मैं आप सबको आदरपूर्वक नमन करता हूं। हमारे संविधान में वी पीपल ऑफ इंडिया की शक्ति की बात कही है , वही तो है यही है। आम्बेडकर जयंती पर हम भारत की तरफ से हम अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। मैं सभी देशवासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं। साथियों अभी देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्यौहारों का भी समय है। वैसे भी भारत तो उत्सवों से भरा रहता है। बैसाखी, पोहाले बैसाख के साथ अनेक राज्यों में नए वर्ष की शुरुआत है। लॉकडाउन के बंधनों के बीच मैं देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्यौहार बड़ी सादगीपूर्ण तरीके से मना रहा है। ये सारी बातें प्रेरक है। मैं नए वर्ष पर आपके आपके परिवारजन के उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं।

लॉकडाउन महंगा जरूर, लेकिन जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये महंगा जरूर लगता है, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती. सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में हो रही है. इन सब प्रयासों के बीच, कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है.

 

20 अप्रैल के बाद मिलेगी सशर्त छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर थाने, हर जिले, हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा. लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है? इसका मूल्यांकन किया जाएगा. जो सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी चीजों में छूट की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन याद रखिए यह अनुमति सशर्त होगी. लॉकडाउन के नियम अगर टूटते हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी.

साथियों आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, हम सब उससे परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए। आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी। जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज 100 तक पहुंचे, उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्रियों के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। साथियों जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लाकडाउन का एक बहहुत बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया। साथियों वैसे यह एक ऐसा संकट है, जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ सच्चाइयों को नकार नहीं सकते। यह भी एक सच्चाई है कि दुनिया में बड़े-बड़े देशों की तुलना में भारत आज बहुत ही संभली हुई स्थिति में है। महीने-डेढ़ महीने पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में एक प्रकार से भारत के बराबर खड़े थे। आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के केसेस 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए। उन देशों में हजारों लोगों दुःखद मृत्यु हो गई। भारत ने थोड़ी सी एप्रोच न बनाई होती। समय पर फैसले नहीं लिए होते तो आज भारत की स्थिति क्या होती, इसकी कल्पना करते ही रोएं खड़े हो जाते हैं, लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, आज कि स्थिति में वही हमारे लिए सही है। सोशल डिस्टेसिंग और लाकडाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता है, बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी, लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई कीमत नहीं है। भारत आज जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में होना बहुत स्वाभाविक है। साथियों इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फेल रहा है, उसने विश्वभर में हेल्थ एक्सपर्ट को और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है। भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े हम विजय कैसें हों, हमारे यहां नुकसान कम कैसे हो, लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें, इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं की। इन सभी चर्चाओं से एक बात सामने आती है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके। साथियों सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाना पड़ेगा। 20 अप्रैल तक बारिक नजर रखी जाएगी। घर से बाहर निकलने के नियम कड़े किए जाएंगे। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही है कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो। साथियों देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त भंडार है। कल सरकार नई गाइड लाइन जारी करेगी।

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