आइसोलेशन क्या है ,जाने

 

आइसोलेशन कोरोना संक्रमित व्यक्ति‍ के लिए होता है. कोविड 19 पॉजिट‍िव पाए जाने वाले मरीज को सबसे अलग आइसोलेशन में रखा जाता है.  वो दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रहता है. जब तक बहुत जरूरी न हो कोई भी उस कमरे में नहीं जाता है. उनसे सिर्फ मेडिकल प्रोफेशनल व्यक्त‍ि इलाज के लिए मिलते हैं.

 

सेल्फ आइसोलेशन

सेल्फ आइसोलेशन एक ऐसा टर्म है जिसे लोग खुद अपनाते हैं. लोगों को डॉक्टरों द्वारा ऐसी सलाह दी गई है कि अगर लॉकडाउन के दौरान आपमें खांसी, जुकाम, गले में दर्द या कोरोना के अन्य लक्षण हैं तो आप तत्काल सेल्फ आइसोलेशन में चले जाएं.

 

संक्रमण का शक होने पर आइसोलेशन के दौरान हवादार कमरे में रहें. घर के लोगों से दूरी बनाकर रखें. अपना अलग बाथरूम इस्तेमाल करें. जांच कराने के लिए तत्काल फोन से सूचना दें, जिससे स्वास्थ्य विभाग की टीम सुरक्षित तरीके से सैंपल ले सके. जांच के लिए लार देते समय सावधानी बरतें. अगर सांस लेने में परेशानी हो तो तत्काल डॉक्टर से बात करें. इस दौरान न अपने आप दवा लें न ही सार्वजनिक यातायात, कैब, टैक्सी आदि का इस्तेमाल करें.

Shares