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उदयपुर, । कोरोना से जंग के लिए 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन के ऐलान के बाद बुधवार को नवसम्वत्सर पर सुबह-सुबह किराने की दुकानें खुलने पर लोग सामग्री लेने दौड़ पड़े। इस मौके का कुछ दुकानदारों ने लाभ भी उठाया और भाव बढ़ा दिए। हालांकि, इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों का विरोध और शिकायतें बढ़ते देख उन लोगों को कार्रवाई का भय भी लगा और उन्होंने भाव अनाप-शनाप बढ़ाने जैसा कदम नहीं उठाया। फिर भी इक्का-दुक्का शिकायतें आती रहीं।
इस बीच, प्रशासन की ओर से किराने की दुकानों के बाहर चूने से गोले बना दिए गए। ग्राहकों को स्पष्ट कहा गया कि इन गोलों में ही खड़े रहें। अपना क्रम आने पर सामग्री लें और तुरंत घर लौटें। बाजार में किसी को भी बिना काम खड़े नहीं रहने दिया गया। पुलिसकर्मी पूरी तरह दुकानों के आसपास मुस्तैद नजर आए ताकि भीड़ न हो और खरीददारी के बाद लोग गप्पे न लगाएं।
इस बीच, पुलिस अधिकारियों की गाड़ियां भी गश्त लगाती रहीं और भीड़ नहीं करने की घोषणा करती रही। दुकानों पर अधिकतम तीन ग्राहकों को ही खड़े रहने को कहा। इन सबके बीच लोगों में यह भी चर्चा रही कि लोग एक वस्तु लेने के बहाने ही सही, पर घर से निकलने की मंशा कर रहे हैं, इस पर लगाम होनी चाहिए। hs