दिल्ली हिंसा में कुल 41 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिंसा पर अब काबू पाया जा चुका है. पिछले 4 दिनों से हिंसा की कोई वारदात की खबर नहीं है. दिल्ली हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा FIR दर्ज की जा चुकी है. आर्म्स एक्ट के तहत 40 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं. अब तक हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या भी 900 के पार पहुंच चुकी है. पुलिस ने सोशल मीडिया में भड़काऊ पोस्ट को लेकर भी शिकंजा कसा है. इस मामले से जुड़े 13 केस दर्ज हो चुके हैं. दिल्ली में हिंसा से जुड़े 12 मामलो में SIT ने साइबर सेल से मदद मांगी है. उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी के खराब क्वालिटी वाले विजुअल्स सौंपे गए हैं. दिल्ली हिंसा में फरार चल रहे पार्षद ताहिर हुसैन की तलाश में दिल्ली पुलिस जुट गई है. पुलिस ताहिर हुसैन के पुश्तैनी घर अमरोहा भी पहुंची है. आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन पर आईबी कर्मी अंकित शर्मा की हत्या के गंभीर आरोप हैं. परिजनों के मुताबिक, ताहिर हुसैन के इशारे पर अंकित की हत्या की गई. दिल्ली के खजूरी खास इलाके में ताहिर हुसैन के घर के बाहर पुलिस तैनात है.
दिल्ली हिंसा में दिल्ली पुलिस ने अब तक 254 एफआईआर दर्ज की है. 41 केस आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं. वहीं 903 लोगों की धरपकड़ की गई है. इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है तो कुछ को गिरफ्तार किया गया है. वहीं हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति बनी हुई है. चार दिनों से पीसीआर के पास हिंसा से जुड़ी कोई कॉल नहीं आई है.
दिल्ली हिंसा को लेकर शरद पवार ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में दिल्ली जल रही थी. हमारे देश में सत्ता में रहने वाली पार्टी को दिल्ली चुनाव जीतने का कोई मौका नहीं मिला. बाद में दिल्ली में दंगे जैसी घटनाएं हुईं. जब सत्ता के लोग जाति और धर्म के नाम पर विभाजित करने की बात करते हैं तो इसका असर दिखाई देगा. स्कूलों पर हमला किया गया. शिक्षण संस्थानों पर हमला किया गया. यह सब सत्ता में बैठे लोगों के कारण हुआ है.’