भोपाल : एमपी में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। शनिवार को कई जगहों पर ओले गिरे और बारिश भी हुई। वही बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। अचानक हुए इस मौसम में बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, ओलावृष्टि से फिर फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग की माने तो शुक्रवार से हिमाचल प्रदेश के आसपास के इलाके में पश्चिमी विक्षाेभ का केंद्र बना हुआ है। इसी कारण माैसम में यह बदलाव आया है।अगले चौबीस घंटों में भी परिवर्तन देखा जा सकता है।रविवार को तापमान में अधिक गिरावट होने की संभावना है। रविवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
दरअसल, पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के रीवा संभाग के जिलों व सागर, जबलपुर और होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हुई। रीवा में 2, कटनी व सीधी में एक सेमी बारिश हुई। रीवा सागर व ग्वालियर संभाग के जिलों में कोहरा भी छाया रहा। शनिवार को कटनी, सतना, रीवा व पन्ना में बारिश के साथ ओले गिरे। तेज हवा और बारिश के कारण बिजली भी गुल हो गई। कटनी में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। रीवा सतना और ग्वालियर चंबल संभाग में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा।शुक्रवार को भी कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी।ऐसे में किसानों की चिंताएं बढ़ गई है।
सडकों पर बिछी सफेद चादर
सतना में ओले करीब एक घंटे ओले गिरने से खेतों और सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई। बेमौसम बरसात और ओले गिरने से किसानों की दलहनी फसल चौपट हो गई। आसमानी आफत से सबसे ज्यादा नुकसान चित्रकूट के मझगवां स्थित कानपुर, उमरिया, देवला, पटनी, चकरा, समेत लगे हुए दर्जनों गांवों में हुआ है।
चिंता में किसान, मुआवजे की मांग
किसानों की मानें तो उन्होंने कर्ज लेकर खेती की थी, लेकिन बारिश ने सबकुछ बर्बाद कर दिया है। भारी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों के साथ-साथ मकान भी टूट गए हैं. जिससे खाने और रहने का संकट खड़ा हो गया है। इस स्थिति में सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए। फसल का सही मुआवजा देने के साथ हमारे लिए रहने की भी व्यवस्था की जानी चाहिए।वहीं भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि गेहूं, चना, दलहन की फसलें नष्ट हो चुकी है। अब इस नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे किया जाएगा और उन्हें उचित मुआवजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी मप्र में हुई बारिश के चलते राजधानी सहित प्रदेशभर में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट होगी।यह पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, यूपी से होकर अब मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ की ओर जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव रविवार काे भी बना रहेगा। रविवार को दिन में बारिश हो सकती है। इसका प्रभाव क्षेत्र में रविवार की शाम से कम होगा।