अलीगढ़. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जारी प्रदर्शन के दौरान रविवार को अलीगढ़ में दो जगह ऊपरकोट, शाहजमाल और देहलीगेट इलाके में उपद्रव हुआ। सबसे पहले देहलीगेट में प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल के पास पत्थरबाजी की। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। शाम 6 बजे से रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं, दिल्ली के जाफराबाद के पास मौजपुर में दो गुटों के बीच पथराव हुआ।
अलीगढ़ में सीएए के विरोध प्रदर्शन में ऊपरकोट इलाके में हुई। यहां प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस की जीप पर पथराव किया और ट्रांसफार्मर को आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। अलीगढ़ डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कहा- सबकुछ सामान्य था। शनिवार को भी जामा मस्जिद के इमाम से बात की गई थी। लेकिन, रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। उनकी पहचान की जा रही है। सार्वजनिक संपति को जो नुकसान हुआ है, उसकी क्षतिपूर्ति उपद्रवियों से की जाएगी।
देहलीगेट, शाहजमाल और ऊपरकोट थाना क्षेत्र की सभी दुकानों को बंद कर दिया गया है। हालांकि, अधिकारियों के काफी समझाने के बाद भी तनाव कम नहीं हो रहा है। एसएसपी, डीएम, आरएएफ फोर्स के साथ ऊपरकोट कोतवाली पर मौजूद हैं।
इससे पहले, दिल्ली के जाफराबाद में मौजपुर के पास भाजपा नेता कपिल मिश्रा और उनके समर्थक सीएए के समर्थन में हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे। इसी दौरान सीएए के विरोधियों और समर्थकों के बीच पथराव शुरू हो गया। शनिवार देर रात शाहीनबाग की तर्ज पर सीएए के खिलाफ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू किया था। रविवार दोपहर चांदबाग में भी ऐसा ही प्रदर्शन शुरू हुआ।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि जब तक केंद्र सरकार सीएए को वापस नहीं लेती है, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं, मौजपुर में पथराव के बाद बड़ी संख्या में महिलाओं ने सीएए के समर्थन में धरना शुरू कर दिया, जो कि कुछ देर बाद खत्म भी हो गया। महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि जाफराबाद-शाहीनबाग से अगले तीन दिन में सड़कें खाली नहीं कराई गईं तो हम फिर प्रदर्शन शुरू करेंगे।