भोपाल, 05 फरवरी 2020,
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने जारी एक बयान में बताया है कि ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’ अर्थात् जो पूर्वाग्रह से ग्रसित हों, हमेशा नफरत,निराशा और नकारात्मकता से घिरे रहते हों, वो हर अच्छाई में भी अवगुण तलाशते रहते हैं। खैर, कहते हैं कि मनुष्य की परवरिश जैसी हुई हो, विरासत में उसे जैसे संस्कार मिले हों, वो वैसा ही दृष्टिकोण रखता है।
बीते दिनों मध्यप्रदेश की ख्याति को एक नई पहचान देने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ के आतिथ्य पर सलमान और जैकलीन मध्यप्रदेश आए। जब जैकलीन से पूछा गया कि उन्हें मध्यप्रदेश में सबसे अच्छा क्या लगा, मैं उम्मीद कर रहा था कि वे भोपाल की खूबसूरती का वर्णन करेंगी, मगर उन्होंने तपाक से जवाब दिया, ‘मध्यप्रदेश के लोग।’ उनका यह उत्तर सुनकर मुख्यमंत्री जी अभिभूत थे। उन्होंने अपना हाथ जैकलीन के सर पर रखा, ऐसा प्रतीत हुआ मानो पूरा प्रदेश उनके उज्जवल भविष्य का आशीष दे रहा हो। हम भी अपने प्रदेश के नागरिकों के लिए गौरव का अनुभव कर रहे थे।
मगर कुछ देर बाद ही मेरे एक दिल्ली के पत्रकार मित्र ने मुझे एक तस्वीर भेजी। उस तस्वीर को एडिट किया गया था और सलमान को अलग हटाकर मुख्यमंत्री और जैकलीन को रखा गया था। साथ ही बड़ी अभद्र भाषा में किसी ने अपनी निराशा प्रदर्शित की थी। मैं समझ गया कि सोशल मीडिया के असामाजिक लोगों ने मध्यप्रदेश को बदनाम करने की कोशिश की है। मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी अभिनेता सलमान खान और अभिनेत्री जैकलिन के लिए अभिभावक की भूमिका में थे। अंततः मैं पूरे आत्मविश्वास से कह सकता हूँ कि वे न्यून और हीन लोग, जो स्नेह प्रदर्शन पर भी अपनी ओछी मानसिकता प्रदर्शित करते हों, वे मध्यप्रदेश की गौरवशाली विरासत के प्रतिनिधि तो नहीं हो सकते।