केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आजतक से खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने कई मुद्दों पर खुलकर सरकार और अपनी पार्टी का पक्ष रखा. जेएनयू में दीपिका पादुकोण के जाने के बाद सोशल मीडिया पर चले बॉयकाट छपाक कैंपेन पर बात करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बीजेपी और मोदी सरकार किसी भी व्यक्ति के खिलाफ बॉयकाट अभियान चलाने में विश्वास नहीं रखती है.
कुछ बीजेपी नेताओं द्वारा दीपिका की आलोचना किए जाने के मुद्दे पर जावड़ेकर ने कहा कि अगर लोगों को कुछ भी बोलने का अधिकार है तो उसी तरह उन नेताओं को भी अपनी बात रखने का अधिकार है. जेएनयू में हुई मारपीट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जेएनयू में हिंसा की शुरुआत वामपंथी छात्र नेताओं ने की थी. जांच के बाद यह बात स्पष्ट हो जाएगी कि जेएनयू हिंसा के पीछे किसका हाथ था.
जावड़ेकर ने रखा दिल्ली पुलिस का पक्ष
जेएनयू में जब भीड़ जमा थी उस वक्त पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने के सवाल पर जावड़ेकर ने जवाब देते हुए कहा कि इन मामलों में दो तरह के मानक नहीं हो सकते. जामिया में पुलिस पर बिना परमिशन के कैंपस में घुसने का आरोप लगाया गया और अब जेएनयू में पुलिस के ऊपर कैंपस में न घुसने का आरोप लग रहा है जबकि पुलिस के पास ऐसा करने की परमिशन नहीं थी.
जावड़ेकर बोले- सरकार के खिलाफ असंतोष नहीं
देश के मौजूदा हालात पर चर्चा के दौरान प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार के खिलाफ असंतोष का माहौल नहीं है. गलत सूचनाओं को फैलाकर अशांति फैलाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार ने जो किया है, उसके पक्ष में अधिक मार्च हो रहे हैं.
कश्मीर मुद्दे पर प्रकाश जावड़ेकर ने रखी स्पष्ट राय
कश्मीर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि धारा 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में शांति बनी हुई है और आतंकी गतिविधियों में कमी आई है. जम्मू कश्मीर के 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों की रिहाई का फैसला एक प्रशासनिक निर्णय होगा. उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में किसी नागरिक के मौलिक अधिकारों का कोई निलंबन नहीं है.
जावड़ेकर ने बताई दिल्ली चुनाव की रणनीति
दिल्ली चुनावों के बारे में बात करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी दिल्ली चुनावों के मुद्दे नहीं हैं. केजरीवाल को चुनौती देने वाला चेहरा न खड़े कर पाने की बीजेपी की असफलता से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में समस्या होती है. कुछ राज्यों में नेता बनाए जाते हैं जबकि कुछ में नहीं. उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी में भी तो अरविंद केजरीवाल के अलावा पूरी पार्टी में कोई चेहरा नहीं है.
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए जावड़ेकर ने कहा कि पीएम मोदी देश के विश्वसनीय नेता हैं और दिल्ली में वह चुनावी कैंपेन का नेतृत्व करेंगे. दिल्ली में सीएम फेस के बिना चुनावी मैदान में जाना हमारी रणनीति का हिस्सा है. कई राज्यों में बीजेपी किसी नेता के बिना चुनाव में गई है.
जावड़ेकर ने किया केजरीवाल पर हमला
ओपिनिय पोल्स पर अपनी राय रखते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अच्छे विज्ञापनों का मतलब अच्छा नेतृत्व नहीं होता है. पिछली बार AAP अन्ना हजारे आंदोलन की सवारी कर जीती थी. जिसके बाद केजरीवाल ने हजारे को बाहर कर दिया. केंद्रीय सरकार ने दिल्ली में बहुत काम किया है और केजरीवाल ने केवल विज्ञापन दिए हैं.
जावड़ेकर ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल की आदत है काम केन्द्र सरकार का होता है और टोपी वो पहन लेते हैं. काम हम करते हैं और क्रेडिट केजरीवाल लेने लगते हैं. राहुल गांधी द्वारा जेएनयू मुद्दे पर की गई ‘फासीवादी’ टिप्पणी पर जावड़ेकर ने कहा कि राहुल जी की एक समस्या है. वह केवल कुछ शब्द ही जानते हैं जिसका उपयोग वे करते रहते हैं.