प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर पंजाब सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है.
सरकार ने तत्कालीन डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय, फिरोजपुर के तत्कालीन DIG इन्द्रबीर सिंह, तत्कालीन एसएसपी हरमनदीप हंस के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं. साथ ही पंजाब के कई अन्य IPS अफसरों के खिलाफ भी इस मामले में एक्शन होगा.
सरकार ने तत्कालीन एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नरेश अरोड़ा, तत्कालीन एडीजीपी साइबर क्राइम जी नागेश्वर राव, तत्कालीन आईजीपी पटियाला रेंज मुखविंदर सिंह, तत्कालीन आईजी काउंटर इंटेलिजेंस राकेश अग्रवाल, तत्कालीन डीआईजी फरीदकोट सुरजीत सिंह और मोगा के तत्कालीन एसएसपी चरणजीत सिंह से पूछा है कि जांच समिति की सिफारिश के अनुसार उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही क्यों नहीं शुरू की जानी चाहिए.
क्या था रिपोर्ट में?
पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 5 सदस्यों की एक कमेटी गठित की थी जिसकी अगुवाई रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा ने की. 6 महीने पहले पेश की गई जांच कमेटी की इस रिपोर्ट में राज्य के तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, पुलिस प्रमुख एस चट्टोपाध्याय और दूसरे टॉप के अधिकारियों को पीएम की सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था. इसके बाद, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पंजाब के मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ से कार्रवाई की रिपोर्ट जमा करने को कहा था.
इस रिपोर्ट में पंजाब पुलिस के अधिकारियों पर लापरवाही वाले रवैये का आरोप लगाया गया था और इस घटना को योजना और तालमेल में भारी विफलता के रूप में बताया गया. जिस समय पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री थे.
क्या है मामला?
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जनवरी 2022 को पंजाब का दौरा किया था. इसी दौरान फिरोजपुर में पीएम मोदी के काफिले को एक गांव में पुल पर किसानों की तरफ से रोक दिया गया था. इसके बाद पीएम को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा और वह वापस दिल्ली लौट गए. मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया और जांच कमेटी गठित की गई. इसी रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की जा रही है.sabharABP