वैकुंठ धाम कहां और कैसा है….

वैकुंठ धाम कहां और कैसा है….

वैकुंठ धाम कहां और कैसा है....   वैकुण्ठ का शाब्दिक अर्थ है- जहां कुंठा न हो। कुंठा यानी निष्क्रियता, अकर्मण्यता, निराशा, हताशा, आलस्य और दरिद्रता। इसका मतलब यह हुआ कि…

रहस्यमय विद्या है ज्योतिष!

    खाली नहीं जाते ज्योतिषशास्त्र के ये नियम ज्योतिषशास्त्र को रहस्यमय विद्या की श्रेणी में रखा गया है। वैसे तो यह विज्ञान की ही एक शाखा है लेकिन इसके…
श्रद्धेय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी,महामानव का शब्द चित्र

श्रद्धेय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी,महामानव का शब्द चित्र

*श्रद्धेय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी* महामानव का शब्द चित्र - डॉ रणजीत सिंह :       प्रारम्भिक प्रसंग –   राष्ट्र ऋषि श्रद्धेय श्री दत्तोपंत जी ठेंगड़ी का जन्म 10…