
अजूबा ही नहीं, एक तिलिस्म है #मानवी_शरीर…
अजूबा ही नहीं, एक तिलिस्म है #मानवी_शरीर… अपनी अंगुलियों से नापने पर 96 अंगुल लम्बे इस मनुषय शरीर में जो कुछ है, वह एक बढ़कर एक आश्चर्यजनक एवं रहस्यमय है। हमारी शरीर यात्रा जिस रथ पर सवार होकर चल रही है उसके प्रत्येक अंग अवयव या कलपुर्जे कितनी विशिष्टतायें अपने अन्दर धारण किये…