अलसी : रोज एक चम्मच अलसी आपको डाक्टर से दुर रखेगा 

  अलसी तिलहन फसलों में दूसरी महत्वपूर्ण फसल है. अलसी का सम्पूर्ण पौधा आर्थिक महत्व का होता है. इसके तने से लिनेन नामक बहुमूल्य रेषा प्राप्त होता है और बीज…

ऑस्ट्रेलिया की इस हरकत के कारण लगी रोहित शर्मा को चोट?

  टीम इंडिया को परेशान करने की कोशिश   भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब दोनों टीमों के बीच तनातनी बढ़ती दिख रही है. सीरीज…

महिला वनडे क्रिकेट में भारत की दूसरी सबसे बड़ी जीत,

  वेस्टइंडीज हार को बरसों याद करेगा   भारत बनाम वेस्टइंडीज ( महिला ) टीम के बीच ODI सीरीज के पहले मैच में भारत ने अपनी दूसरी सबसे बड़ी जीत…

DU के छात्रों के लिए खुशखबरी, ट्विन डिग्री सिस्टम होगा लागू,

DU के छात्रों के लिए खुशखबरी, ट्विन डिग्री सिस्टम होगा लागू, 30 विदेशी MoUs पर होंगे हस्ताक्षर दिल्ली विश्वविद्यालय ( DU ) के छात्रों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही…

लखनऊ में बसेगी वेलनेस सिटी ,

🏗️लखनऊ में बसेगी वेलनेस सिटी , 2000 प्लाट और 10000 फ्लैट बेचने की तैयारी, LDA का प्लान तैयार   लखनऊ में योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा होने जा रहा…

PCS अफसर बनने का था सपना हिस्से आई मौत,

PCS अफसर बनने का था सपना हिस्से आई मौत, गलत ट्रेन में चढ़ना बना काल, शव के हो गए दो हिस्से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में परीक्षा देने निकली महिला…

डल्लेवाल की हालत नाजुक: 27 दिन से अनशन पर किसान नेता,

डल्लेवाल की हालत नाजुक: 27 दिन से अनशन पर किसान नेता, डॉक्टर ने किया बड़ा खुलासा, SC में दी गलत रिपोर्ट 🟡खनौरी बॉर्डर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP )…

10 साल, 20 देशों से सम्मान , PM मोदी ने रचा नया इतिहास

PM मोदी ने पिछले एक दशक में अपनी वैश्विक पहचान को मजबूत किया है और एक प्रभावशाली ग्लोबल लीडर के रूप में उभरे हैं. उनकी नीतियों, नेतृत्व क्षमता और अंतरराष्ट्रीय…

कितना पुराना है चांद?

कितना पुराना है चांद?

नई रिसर्च ने बताई चंदा मामा की सही उम्र ‼️

चंद्रमा की उम्र को लेकर वैज्ञानिकों में लंबे समय से बहस चल रही है, लेकिन हाल ही में ‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन ने इस बहस को एक नई दिशा दी है. इस रिसर्च से पता चला कि चंद्रमा 4.51 अरब साल पहले बना था. वहीं इससे पहले जो स्टडी की गई थी, उसके मुताबिक माना जाता था कि चांद 4.35 अरब साल से लगभग 100 मिलियन साल पुराना है. इस नई रिसर्च से न केवल चंद्रमा का इतिहास बदलेगा, बल्कि सोलर सिस्टम के शुरुआती दिनों की भी अहम जानकारी मिल पाएगी. रिसर्चर्स का मानना है कि चंद्रमा के निर्माण की उम्र के निर्धारण में ‘री-मेल्टिंग’ प्रक्रिया ने अहम भूमिका निभाई. कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर फ्रांसिस निमो और उनकी टीम ने पाया कि पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल ने चंद्रमा की चट्टानों में बड़े बदलाव किए, जिससे उनका ‘भूवैज्ञानिक घड़ी’ का समय प्रभावित हुआ. यह तब हुआ जब पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण ने चंद्रमा के अंदरूनी हिस्से को गर्म किया और चट्टानों को दोबारा पिघलाया. अब तक वैज्ञानिक मानते थे कि चंद्रमा का निर्माण 4.35 अरब साल पहले एक विशाल टक्कर के परिणामस्वरूप हुआ था. इसे ‘जायंट इम्पैक्ट हाइपोथेसिस’ के नाम से जाना जाता है. इसके अनुसार, पृथ्वी और एक मंगल के आकार की वस्तु के टकराव से निकले मलबे ने चंद्रमा का निर्माण किया▪️