श्रीमद्भगवद्गीता भगवान की दिव्यातिदिव्य वाणी है।

वेद, भगवान के नि:श्वास हैं और गीता भगवान की वाणी है | नि:श्वास तो स्वाभाविक होते हैं,पर गीता भगवान ने योग में स्थित होकर कही है | अत: वेदों की…

आखिर कैसे पड़ा बाबा का सियाराम नाम,कैसी रही दिनचर्या

    🔸संत सियाराम बाबा का प्रभु मिलन मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती के महायोग में हुआ,यह संयोग बताता है आत्मा और महात्मा में अंतर ,,, 🔸खरगोन मप्र में संत…