नई दिल्ली. भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाती है. इसमें कई अनारक्षित तो कई आरक्षित ट्रेन लोगों की सेवा में तत्पर रहती हैं. दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क होने के बावजूद अभी ट्रेनों की संख्या इतनी अधिक नहीं हो पाई है जो देश की इतनी बड़ी जनसंख्या का भार उठा सके. इसलिए आरक्षित ट्रेनों में कंफर्म सीट लेना काफी जटिल काम हो जाता है.
विशेषकर, उत्तर प्रदेश-बिहार की ओर जा रही ट्रेनों में तो पूरे साल सीट के लिए मारामारी चलती है. हालांकि, एक ट्रिक है जिससे आप अधिकांश बार कंफर्म टिकट (Book Confirm Ticket) बुक कर सकते हैं.
इसके लिए आपको तत्काल का इंतजार करने या टिकट के ओरिजनल प्राइस से बहुत ज्यादा पैसा भुगतान करने की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि हम यह दावा नहीं कर रहे हैं कि इस ट्रिक से आपको हर बार ही कंफर्म टिकट मिलेगा, लेकिन इतना पक्का है कि इसकी संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी. इसके लिए आपको थोड़ा सा ज्यादा पैसा (लेकिन तत्काल से काफी कम) खर्च करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कैसे बुक करना है कंफर्म टिकट.
क्या है तरीका?
आपको जहां भी जाना है वहां की कुछ प्रमुख ट्रेनों में इसे ट्राई कर सकते हैं. मान लीजिए कि आपको पॉइंट A से B तक ट्रैवल करना है. आपने सीट की उपलब्धता चेक की लेकिन आपको खाली सीट नहीं मिली. अब आप पॉइंट A से C या D तक के लिए टिकट देखें. बहुत हद तक संभव है कि आपको कंफर्म टिकट मिल जाएगी.
उदाहरण से समझें?
राहुल को दिल्ली से बिहार के एक स्टेशन बक्सर तक के लिए टिकट चाहिए थी. उसके पास टिकट बुक करने के लिए केवल 4 दिन का समय था. राहुल ने दिल्ली से राजगीर जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस के थर्ड एसी में बक्सर तक के लिए टिकट चेक की लेकिन दुर्भाग्यवश सीटें फुल हो चुकी थीं. उसने गंतव्य स्टेशन को बक्सर से बदलकर पटना कर दिया. इससे टिकट का किराया करीब 200 रुपये बढ़ गया लेकिन उसे कंफर्म सीट मिल गई. जो टिकट तत्काल में 1800-2000 रुपये की हो सकती थी, उसे वह 1400 रुपये में मिल गई. बेशक यह कंफर्म टिकट हासिल करने का फुल प्रूफ तरीका नहीं है लेकिन अधिकांशत: इस तरीके से आपको कंफर्म टिकट मिल जाएगी.
क्यों होता है ऐसा?
इस बारे में हमने जब रेलवे के एक अधिकारी से सवाल किया तो उनके पास इसे लेकर कोई जवाब नहीं था. बहरहाल यह कैसे हुआ और कैसे नहीं, इसमें पड़ने की बजाय आप बस कंफर्म टिकट बुकिंग पर ध्यान केंद्रित करिए.