15 साल में शहरी गरीबों को भाजपा ने एक भी रोजगार नहीं दिया: जयवर्धन सिंह

 

 

 

भोपाल, 14 जुलाई 2020,

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री  जयवर्धन सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा के उस ट्वीट पर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होनें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से पूछा था कि एक भी युवा का नाम बताएगें जिसे उन्होनें पिछले 15 महीनों में बेरोजगारी भत्ते के 4000 रूपए दिए हों।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों की भाजपा सरकार के पास शहरी बेरोजगार युवाओं के लिए एक भी योजना नहीं थी। जबकि कमलनाथ सरकार का विचार शहरी क्षेत्रों में युवाओं के लिए 100 दिनों का काम प्रदाय करना था। पहले वर्ष में बतौर पायलट प्रोजेक्ट 19 हजार 323 युवाओं को स्टाइपेंड के रूप में 15.09 करोड़ रूपए वितरित किए है। अगर आपकी पार्टी और नेता षड्यंत्र कर जनता द्वारा चुनी हुई सरकार न गिराते तो हमारी सरकार इसे अगले वर्ष से बड़े स्तर पर लागू कर रही थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि आप पूर्व मुख्यमंत्री जी से एक नाम मांग रहे है, एक नहीं हम 19,323 नाम आपको उपलब्ध करवा देगें। लेकिन वर्तमान में मध्य प्रदेश में आपकी पार्टी की सरकार है। आपकी सरकार के पास यह आंकडे उपलब्ध है। अपनी संतुष्टि के लिए आप वहाँ से बेरोजगार युवाओं को कमलनाथ सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता के बारे में जानकारी ले सकते है।
 जयवर्धन सिंह ने बताया कि बेरोजगारी खत्म करने के लिए युवा स्वाभिमान योजना के अलावा अन्य योजनाएं भी चलाई जा रही थीं। इंदौर में ष्ई-सवारी योजनाष् के तहत 100 महिलाओं को ई-रिक्शा प्रदान किये गए थे, जिसके माध्यम से वे प्रतिदिन 1,000 रूपये तक कमा रही थीं। इस वर्ष इस योजना को प्रदेश की सभी नगर निगम में लागू करने की योजना थी।
उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में बेरोजगारी लगातार घट रही थी। कमलनाथ जी द्वारा मुख्यमंत्री पद ग्रहण करते समय प्रदेश की बेरोजगारी दर 7 प्रतिशत थी जो 15 माह के कार्यकाल में घटकर 2.2 प्रतिशत रह गयी थी। वहीं दूसरी ओर भाजपा सरकार में मई में बेरोजगारी दर बढ़कर 27.5 प्रतिशत हो गयी है जो मध्यप्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान शहरी गरीबों की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर हो गयी थी। लॉकडाउन के दौरान हाथठेले वाले, बस वाले, सेन समाज के लोग, टैक्सी चालक, कारपेंटर, मिस्त्री आदि अनेक लोग पूर्ण रूप से बेरोजगार हो गए थे। इनके आर्थिक संकट को मिटाने के लिए भाजपा सरकार ने एक भी कदम नहीं उठाया।
जयवर्धन सिंह ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदता एक अलग बात है लेकिन किसी को बदनाम करने के लिए झूठ फैलाना गलत है। विष्णुदत्त शर्मा जी को अपना बयान वापस लेना चाहिए, प्रदेश के युवाओं से माफी मांगनी चाहिए और शहरी गरीबों की बेहतरी के लिए कुछ ठोस कदम उठाना चाहिए।

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