नई दिल्ली। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से रोजगार पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार लोगों को फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर प्रदान कर रही है। यदि आप खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो सरकार कई योजनाओं के तहत आपकी मदद कर सकती है। इसमें सबसे सुविधाजनक और खास है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)। यह योजना उन लोगों के लिए काफी मददगार है, जिन्हें बैंक की शर्तों को पूरा नहीं कर पाने की वजह से अपना व्यापार शुरू करने के लिए बैंक लोन नहीं मिल पाता है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत तीन चरणों में लोन प्रदान किया जाता है। आम तौर पर इसके अंतर्गत लोन की इसकी न्यूनतम ब्याज दर महज 12 फीसदी है।
शिशु लोन योजना
इस योजना के अंतर्गत दुकान आदि खोलने के लिए 50,000 रुपये तक का लोन बैंक के द्वारा प्रदान किया जाता है।
किशोर लोन योजना
इसके अंतर्गत 50,000 रुपए से 5 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जाता है।
तरुण लोन योजना
छोटे उद्योगों के लिए तरुण लोन योजना बेहतर है। इसमें 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन बैंक के द्वारा दिया जाता है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सिर्फ छोटे स्तर के कारोबारियों के लिए है, जैसे, छोटी असेंबलिंग यूनिट, सेवा क्षेत्र की इकाइयां, दुकानदार, फल-सब्जी विक्रेता, ट्रक चालक, खाद्य-सेवा इकाइयां, मशीन परिचालन, लघु उद्योग, दस्तकार, फूड प्रोसेसिंग आदि के लिए इस योजना के अंतर्गत लोन प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत किसी भी सरकारी बैंक, ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक, प्राइवेट बैंक या विदेशी बैंकों से लोन लिया जा सकता है।
लोन के लिए ये कागजात है जरूरी
यदि आप स्वयं का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आपको मकान के मालिकाना हक या किराये के दस्तावेज, कार्य से जुड़ी जानकारी, आधार, पैन नंबर सहित अन्य जरूरी दस्तावेज देने होंगे।
यह है लोन पाने की प्रक्रिया
https://www.mudra.org.in/ वेबसाइट पर जाकर लोन एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें। शिशु लोन के लिए फॉर्म अलग होता है। वहीं, तरुण और किशोर लोन के लिए फॉर्म एक ही है। लोन अप्लीकेशन फॉर्म में समस्त जानकारियां जैसे मोबाइल नंबर, आधार नंबर, नाम, पता भरें। व्यापार कहां पर शुरू करना चाहते हैं, इसका भी विवरण दें। इसके अलावा ओबीसी, एससी / एसटी श्रेणियों के आवेदकों को इसका लाभ पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र प्रदान करना होगा। साथ ही दो 2 पासपोर्ट फोटो लगाना होगा। फॉर्म भरने के बाद बैंक में जाएं और आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करें। समस्त प्रक्रियाओं के पूर्ण होने पर बैंक का ब्रांच मैनेजर आपसे कामकाज से बारे में जानकारी लेता है और उस आधार पर आपको PMMY लोन मंजूर कर देता है।
स्टैंडअप इंडिया योजना
इस योजना के अंतर्गत एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा दिया जाता है। इसमें 10 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये तक का लोन प्रदान किया जाता है। आप सीधे बैंक शाखा, स्टैंडअप इंडिया पोर्टल और अग्रणी जिला प्रबंधक की मदद से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको जरूरी पहचान पत्र और जाति प्रमाण पत्र देने होंगे। महिलाओं के जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही लोन आवेदक को एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनाकर देनी होगी।
सबोर्डिनेट ऋण योजना
इस योजना के अंतर्गत बिना गारंटी दिए लोन मिलेगा और आप कारोबार का शुभारंभ कर सकते हैं। भारत सरकार ने एमएसएमई यानी सूक्ष्म लघु और मझोले उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए इस नई योजना का प्रारंभ किया है। इसमें यदि बैंक आपका बिजनेस प्रोजेक्ट पास कर देता है तो उस पर बैंक गारंटी देने की अनिवार्यता खत्म हो जाती है। सरकार ने इस योजना के लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। योजना से 2 लाख एमएसएमई इकाइयों को लाभ मिलता है।
प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर निधि योजना
इस योजना के अंतर्गत शहरी पथ कारोबारियों यानी स्ट्रीट वेंडर्स को कार्यशील पूंजी के रूप में बैंकों से 10 हजार रुपए का लोन उपलब्ध कराया जाएगा। योजना का लाभ देने के लिए निगम मुख्यालय और जोनल कार्यालयों पर और निगम की टीम द्वारा भी फार्म लेकर पोर्टल पर पंजीयन करने का कार्य किया जा रहा है। पंजीयन के लिए संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड हो और आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जुड़ा हो। वहीं, समग्र आईडी के साथ सेविंग खाते की पासबुक जरूरी है।