सुप्रीम के एक फैसले से मप्र के तमाम अफसरों की सांसें फुली हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निर्देशालय (ईडी) को मप्र के पूर्व मुख्यसचिव एम गोपाल रेड्डी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अनुमति दे दी है। रेड्डी पर जल संसाधन विभाग की सबसे बड़ी ठेकेदार कंपनी मेंटाना समूह से रिश्वत में मोटी रकम लेने, कंपनी के प्राइवेट प्लेन में घूमने और हवाला के जरिये अपने बेटे को रकम दिलाने के आरोप हैं। इस कंपनी ने मप्र के तमाम अफसरों को इसी तरह उपकृत किया है। ईडी की इस जांच में कई रहस्य खुल सकते हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि इस कंपनी को हजारों करोड़ के काम देने वाले मप्र के एक रिटायर वरिष्ठ आईएएस के खिलाफ मप्र लोकायुक्त संगठन के बाद केन्द्र सरकार ने भी भ्रष्टाचार की जांच शुरु कर दी है। कैबिनेट सेक्रेट्रिएट की विजिलेंस शाखा की इस गोपनीय जांच के बाद रिटायर आईएएस पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।