सिर्फ एक टीचर के साथ चल रहे इस प्रदेश के 2092 स्कूल 

 

क्या आपको मालूम है कि पंजाब में 2092 सरकारी स्कूल एक ही टीचर के साथ चल रहे हैं। हालांकि इन स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 के दौरान इन स्कूलों में 69,532 बच्चों ने दाखिला है। 15 स्कूल ऐसे हैं, जिसमें एक भी बच्चे ने दाखिला नहीं लिया। इन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या 35 है। पंजाब में मिशन समर्थ भी लागू किया है, जिसका मकसद स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है ।अभियान के तहत सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है, ताकि पढ़ाई में कोई भी पीछे न छूटे। खासकर पंजाबी, अंग्रेजी व गणित में पकड़ मजबूत बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। विद्यार्थियों को दोनों भाषाओं में कम से कम पढ़ सकने और गणित के साधारण सवालों को हल करने में सक्षम बनाया जा रहा है।

 

पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा स्तर का हाल बेहाल है। इसका उदाहरण पटियाला के समाना के गांव दुल्लड का सरकारी स्कूल है। हैरानी की बात ये है कि स्कूल में सिर्फ एक ही अध्यापक है। एक अध्यापक के जिम्मे यह पूरा स्कूल है। दूसरी तरफ पंजाब सरकार का दावा है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों का दाखिला प्रतिशत बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। एक रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि पंजाब में अब भी बच्चों के दाखिले के लिए अभिभावकों की पहली पसंद निजी स्कूल हैं। हो भी क्यों न , क्योंकि समाना के गांव दुल्लड जैसे राज्य में और भी स्कूल हैं।

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