सिटीजन काॅप एप्लीकेशन की मदद से कर सकेंगे गुम मोबाईल की शिकायत

, भोपाल :

एप्लीकेशन के संबंध में भोपाल के थानो के एचसीएम को दिया गया प्रशिक्षण-

वर्तमान में मोबाइल संचार का सबसे बड़ा माध्यम व उपकरण है, रोजमर्रा की निजी जरूरतों से लेकर व्यवसाय, शैक्षणिक एवं अन्य कई आवश्यकता की पूर्ति मोबाइल से होती है। वर्तमान में मोबाइल में बातचीत के अलावा व्यक्तियों के फोटो वीडियो ऑडियो एवं दस्तावेज का संधारण भी किया जाता है। मोबाइल गुम होने के बाद व्यक्ति एकदम अपंग महसूस करता है। इसके अतिरिक्त वित्तीय लेनदेन का सबसे बड़ा माध्यम होने से मोबाइल का महत्व और बढ़ गया है।
जब व्यक्ति का मोबाइल गुम जाता है, तब वह व्यक्ति संपर्कविहीन हो जाता है एवं वित्तीय धोखाधड़ी होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को तत्काल अपने मोबाइल ढूंढने के अतिरिक्त दूसरी सिम जारी कराने की जरूरत होती है।

दूसरी सिम जारी कराने और मोबाइल ढूंढने के लिए, पुलिस रिपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। परंतु जब व्यक्ति यात्रा कर रहा होता है। या दो थानों के विभिन्न क्षेत्राधिकार का मामला आता है सब समस्या और जटिल होती है रिपोर्ट करना मुश्किल पड़ता है। आम नागरिकों की समस्याओं को देखते हुए पुलिस कमिष्नरेट भोपाल द्वारा सिटीजन काॅप एप्लीकेषन के माध्यम से गुम मोबाईल की षिकायत की जा सकती है।

हालांकि भोपाल जिले के साइबर क्राइम सेल की लॉस्ट सेलफोन यूनिट के द्वारा गुम मोबाइलों की रिपोर्ट एवं उनकी वापसी की निरंतर और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। परंतु नागरिक सुविधाओं के लिहाज से आवश्यक हो गया है कि व्यक्ति को प्रत्येक थाने में रिपोर्ट की पावती मिले। सिटीजन कॉप एप्लीकेशन के द्वारा फरियादी स्वयं अपनी शिकायत मोबाइल द्वारा दर्ज करा सकता है और उसकी पावती स्वयं के ईमेल पर प्राप्त होगी । इस हेतु सभी थानों के हेड मुहर्रिर को एप्लिकेषन के संबंध में न्यू पुलिस कंट्रोल रूम में दिनांक 15 मार्च 2023 को 17ः00 बजे प्रशिक्षण दिया गया। ताकि गुम मोबाइल की शिकायत के संबंध में आवेदक को प्रशिक्षित कर सकें साथ ही साथ सिटीजन काॅप प्रषिक्षण में एप्लीकेशन के डेवलपर भी उपस्थित रहे। ताकि एप्लीकेशन संचालन करने में आने वाली कठिनाइयों का समाधान किया जा सके।

उक्त प्रशिक्षण में पुलिस उपायुक्त (अपराध)  अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (अपराध)  शैलेन्द्र सिंह चौहान, भोपाल शहर के समस्त थानो के एचसीएम एवं सायबर क्राइम एवं क्राइम ब्रांच की तकनीकी टीम उपस्थित रहे।

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