सांस के संक्रमण से पिछले 24 घंटों में सात और बच्चों ने गंवाई जान

 

 जानकारी के मुताबिक, एडिनोवायरस के कारण मौतों की आशंका जाहिर की जा रही है। बुधवार को भी इस बीमारी से 5 बच्चों की मौत हुई थी।

एडिनोवायरस संक्रमण के कारण सांस संबंधी परेशानी होती है। हालांकि डॉक्टरों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। संबंधित टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार है।

फिलहाल रिपेार्ट से निमोनिया से मौत का पता चला है। डॉक्टरों का कहना है कि 10 साल तक के बच्चों के एडिनोवायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है और उनके बीमारी की गंभीरता भी ज्यादा होती है।

एडिनो बरपा रहा है कोलकाता में कहर

शहर के बीसी राय अस्पताल में तीन बच्चों की मौत हुई है। मरने वाले बच्चे हरिनघाटा, देगंगा और हुगली जिले के रहने वाले थे। इसी के साथ राज्य में एडिनो वायरस से अब तक करीब 30 बच्चों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि बच्चों में एडिनो वायरस आमतौर पर श्वसन और आंत्र नलिका में संक्रमण का कारण बनता है।

शहर के बीसी राय अस्पताल में तीन बच्चों की मौत हुई है। मरने वाले बच्चे हरिनघाटा, देगंगा और हुगली जिले के रहने वाले थे। इसी के साथ राज्य में एडिनो वायरस से अब तक करीब 30 बच्चों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि बच्चों में एडिनो वायरस आमतौर पर श्वसन और आंत्र नलिका में संक्रमण का कारण बनता है।

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