सर्दी-जुकाम और कोरोना में कैसे पहचानें फर्क? इन लक्षणों पर दें ध्यान
कोरोना वायरस की सबसे खतरनाक बात ये है कि इसके लक्षण कई बार देरी से नजर आते हैं. दूसरा, इसके लक्षण आम सर्दी-जुकाम या कॉमन एलर्जी से इतने मिलते-जुलते हैं कि इन्हें पहचानना मुश्किल है. हालांकि कैलिफोर्निया के एक डॉक्टर ने इनके बीच के फर्क को समझने का आसान तरीका बताया है.

सेंट जॉन हेल्थ सेंटर (कैलिफोर्निया) के मेडिसिन फिजिशयन डॉक्टर डेविड कटलर का कहना है कि कॉमन कोल्ड और कोरोना वायरस के लक्षण लगभग एक जैसे हैं, लेकिन दो ऐसे लक्षण हैं जो इनमें फर्क बता सकते हैं.

डॉक्टर कटलर के अनुसार, कॉमन एलर्जी में इंसान को खांसी जुकाम जरूर होते हैं, लेकिन उसे बुखार नहीं चढ़ता. जबकि कोरोना पीड़ित में तेज बुखार की शिकायत देखी गई है.
दूसरा, कोरोना वायरस के रोगियों में बदन दर्द और जोड़ों में दर्द की समस्या देखी गई है. जबकि आम सर्दी-जुकाम में बदन टूटा-टूटा रहता है, लेकिन उसमें तेज दर्द की शिकायत नहीं होती है.

क्या हैं कोरोना वायरस के लक्षण
1. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद पहले 5 दिनों में इंसान को सूखी खांसी आनी शुरू हो जाती है और फेफड़ों में तेजी से बलगम बनना शुरू हो जाता है.
2. मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अब तक कई हेल्थ एक्सपर्ट कोरोना वायरस में तेज बुखार चढ़ने का दावा कर चुके हैं.
3. कोरोना वायरस का शिकार होने के बाद पहले 5 दिनों में मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. उम्रदराज रोगियों में सांस फूलने की समस्या ज्यादा देखी गई है.

– मरीज के फेफड़ों में तेजी से फ्लूड (बलगम) बनने की वजह से उसे छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है.

. मांसपेशियों में दर्द के साथ-साथ शरीर टूटा-टूटा रहने लगता है और थकावट महसूस होने लगती है. इसके अलावा कई रोगियों ने बताया कि इस बीमारी में रहते हुए उनके गले में काफी ज्यादा दर्द रहता था. ये दर्द इतना ज्यादा था कि उनके गले में सूजन तक आ गई थी.

_ कोरोना वायरस के रोगियों की नाक से हमेशा पानी बहता रहता है, ये बिल्कुल मौसमी फ्लू या सर्दी लगने जैसा लक्षण है. कोरोना वायरस के कई रोगियों ने यह भी दावा किया कि इस बीमारी की चपेट में आने के बाद वे जुबान से स्वाद के जायके को पहचानने की शक्ति खो बैठते हैं.