5 बार मुख्यमंत्री, 89 साल की उम्र में भी संभाली सत्ता, ऐसा रहा प्रकाश सिंह बादल का 76 साल का राजनीतिक सफर
चंडीगढ़. पंजाब के दिग्गज नेता और 5 बार सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार देर शाम मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में निधन हो गया है.
वह 21 अप्रैल को हॉस्पिटल में तबीयत बिगड़ने के बाद भर्ती हुए थे. उनकी तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली थी. शाह ने इस दौरान उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल से बात की थी.
प्रकाश सिंह को तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर्स ने ब्रोन्कियल अस्थमा और गैस्ट्राटिस की शिकायत बताई थी. करीब एक साल पहले ही प्रकाश सिंह की तबीयत बिगड़ी थी और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद उन्हें लगातार हेल्थ चेकअप के लिए ले जाया जा रहा था.
प्रकाश सिंह बादल के बारे में जानें सबकुछ:-
- प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसंबर 1927 को अबुल खुराना गांव में हुआ था. यह गांव इन दिनों पाकिस्तान का हिस्सा है. सिंह का परिवार जाट सिख परिवार है. उन्होंने लाहौर में अपनी एजुकेशन की.
- 1947 से ही प्रकाश सिंह बादल पंजाब की राजनीति में सक्रिय रहे. इतना ही नहीं प्रदेश में उन्होंने सबसे ज्यादा सम्मानीय व्यक्ति के रूप में अपनी छवि बनाई थी.
- प्रकाश सिंह बादल अपने राजनीतिक करियर में पंजाब के 5 बार मुख्यमंत्री रहे हैं. प्रकाश बादल ने 1947 में ही शिरोमणि अकाली दल की सदस्यता ली थी.
- पंजाब के पूर्व मंत्री का राजनीतिक करियर भी बेहद शानदार रहा है. प्रकाश सिंह को सबसे पहले 1961 में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
- 1957 और 1969 में प्रकाश सिंह को कांग्रेस ने टिकट दिया था जिससे वह विधायक बने थे. इसके बाद उन्हें 1970-71 में पंजाब का सीएम बनाया गया था.
- पहली बार सीएम बनने के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था, लेकिन 1977 में फिर से सीएम का सेहरा उन्ही के सिर बांधा गया था.
- प्रकाश सिंह अपने समय में देश के सबसे बुजुर्ग मुख्यमंत्री रहे हैं, वह 89 साल में भी सीएम पद पर बने हुए थे.
- 2012 में बादल ने कांग्रेस के उम्मीदवार महेशिंदर सिंह को बहुत बड़े मार्जिन से हराया था. बादल और महेशिंदर के बीच वोटों का अंतर 24,739 था. इसके बाद वह फिर से पंजाब के सीएम बने थे.