उज्जैन के चरक भवन स्थित शासकीय मातृ एवं शिशु चिकित्सालय मैं एक महिला चिकित्सक मरीज से दुत्कारते हुए बात कर रही थी इसी बीच पर्चा भी फेंक दिया इतने में मौके पर मौजूद किसी शख्स ने महिला चिकित्सक की इस हरकत का वीडियो बना लिया यह देख डॉक्टर साहिबा वीडियो बनाने वाले से भी पूछने लगी यह तुम क्या कर रहे हो उसने कहा वीडियो बना रहा हूं,,
वीडियो वायरल हुआ तो शासकीय चिकित्सालय मैं महिला मरीजों के साथ किस प्रकार से व्यवहार किया जा रहा है यह सार्वजनिक हो गया,,यह तो किसी जागरूक ने घटना का वीडियो बना लिया वरना दिन भर में इन शासकीय अस्पतालों में कितने लोग हड़काए जाते होंगे,,,
पूरे घटनाक्रम पर जब सिविल सर्जन पीएन वर्मा से बात की गई तो उन्होंने महिला चिकित्सक का पक्ष रखते हुए कहा कि वीडियो मेरे भी संज्ञान में आया है अनेक प्रकार के टेंशन होते हैं मामले में हम इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं हिदायत भी दी है,हालांकि वे जीवाजी गंज से है और अभी यहां बुलाया था,हमने उन्हें हिदायत भी दी है,,उनसे जब डॉक्टर का नाम पूछा तो भी वे गोल-मोल कर गए,,,
सिविल सर्जन के घटनाक्रम संज्ञान में आने के बाद नोटिस जारी कर या अन्य कोई कार्रवाई करते तब तो समझ में आती उन्होंने साफ कहा कि डॉक्टर को कुछ टेंशन था,हो गया होगा,,परंतु टेंशन की बात करें तो आज की तारीख में किसे टेंशन नहीं है छोटे से बच्चे से भी अगर पूछे तो वह भी यह कह देता है कि मेरा दिमाग मत खराब करो,,ऐसे में सरकारी दायित्व निभाने के दौरान टेंशन घर पर रखकर आना चाहिए आपकी ऐसी हरकतों से पूरे विभाग की किरकिरी होती है,,,