भोपाल। राजधानी में सतपुड़ा भवन के स्वास्थ्य संचालनालय कार्यालय में भीषण आग लग गई। आग में दस्तावेज जलकर खाक हो गए। भीषण आग के बाद सतपुड़ा भवन को खाली करा लिया गया है। आग की वजह से आसपास दो किलोमीटर के दायरे में धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। आग से किसी तरह की जनहानि की सूचना अब तक नहीं है। आग से चार मंजिलों में रखी सभी तरह की फाइलें और सामान पूरी तरह जलकर हुआ खाक। रात सवा ग्यारह बजे चौथी मंजिल पर फिर आग भड़क उठी। देर रात वायु सेना टीम सतपुड़ा भवन पहुंच गई। एडीजी फायर आशुतोष राय ने कहा कि प्रथमदृष्टया यही लगता है कि एसी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी है।
रात साढ़े तीन इंदौर से भी फायर अमला मौके पर पहुंचा और आग बुझाने के प्रयासों में जुट गया। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी रात में मौके पर पहुंच कर स्थितियों का जायजा लिया।
कलेक्टर आशीष सिंह भी रातभर मौके पर डटे रहे। उन्होंने लगभग साढ़े तीन बजे बताया कि आग नियंत्रण में है। अंदर लगी आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी टीम अंदर पहुंच जाएगा। उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
सुबह चार बजे तक 12 घंटे बाद भी नहीं बुझी आग। छठवीं मंजिल पर हवा चलने से फिर भड़क उठी आग। तमाम प्रयासों के बाद नगर निगम ने मंगलवार सुबह 4:30 बजे हाइड्रोलिक मशीन का प्रयोग कर टावर में लगी आग को बुझाया। सुबह छह बजे भी सतपुड़ा भवन से धुआं निकल रहा था। सुबह सात बजे तक आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि कहीं-कहीं से अब भी हल्का धुआं उठ रहा है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है। सीआइएसएफ, आर्मी समेत सभी एजेंसियों ने मिलकर आग को बुझा दिया है।
देर रात के हालात देखकर लग रहा था कि पूरा सतपुड़ा भवन ही आग में जलकर खाक हो जाएगा। सीएम शिवराज सिंंह चौहान ने इस अग्निकांड की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दी है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी इस बारे में जानकारी देकर मदद मांगी है।
जानकारी के अनुसार आग सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर लगी। इस मंजिकल पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का कार्यालय है। इसके बाद आग तेजी से फैली और छठी मंजिल तक पहुंच गई। चौथी,पांचवीं और छठी मंजिल पर स्वास्थ्य संचालनालय के कार्यालय हैं। आशंका जताई जा रही है कि यहां सभी फाइलें आग में नष्ट हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से बात कर आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की मदद मांगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आग पर काबू पाने के लिए एयरफोर्स की मदद मांगी है। उनके आग्रह पर रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स को निर्देशित किया है। रक्षा मंत्री के निर्देश पर आज रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर भोपाल पहुंचने के लिए कहा गया। इसके लिए भोपाल एयरपोर्ट भी रात भर खुला रहेगा।
आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए कमेटी घोषित
सीएम ने आग के प्रारंभिक कारणों का पता लगाने के लिए कमेटी गठित की है। इस कमेटी में एसीएस होम राजेश राजौरा के साथ पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर रहेंगे। यह कमेटी जांच के प्रारंभिक कारणों का पता कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को सौंपेंगे ।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री से फोन पर चर्चा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर चर्चा कर आग बुझाने के मध्य प्रदेश सरकार के प्रयासों और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों (आर्मी, एयरफोर्स,भेल, सीआईएएसएफ, एयरपोर्ट एवम अन्य)से मिली मदद से भी अवगत कराया । प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
सूचना पर कलेक्टर आशीष सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। आग से तीसरी और चौथी मंजिल पूरी तरह जल गई। जबकि पांचवीं और छठवीं मंजिल भी आग की चपेट में आ गई। आग लगने के बाद कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है।
दूसरी ओर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छठी मंजिल को छोड़कर अन्य जगह आग बुझ गई है। सतपुड़ा भवन के काफी बड़े भाग में आग पर काबू पा लिया गया है।
भवन में आग शाम करीब चार बजे लगी और लगातार फैलती गई। जानकारी मिली है कि भवन में लगे एसी में आग से विस्फोट हो गया। इस वजह से आग और तेजी से फैल गई। आग पर काबू पाने के लिए भेल और रायसेन जिले से भी फायर ब्रिगेड बुलवाई गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार सतपुड़ा भवन में लगी आग बुझाने के प्रयासों की मॉनिटरिंग कर रहे । मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि आग बुझाने के समुचित और शीघ्र व्यवस्थाएं करें। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने नगर निगम के साथ आर्मी, आईओसीएल, बीपीसीएल, एयरपोर्ट, सीआईएसएफ, भेल, मंडीदीप और रायसेन से फायर ब्रिगेड बुलाई गई। फायर ब्रिगेड को लाने के लिए भोपाल में ट्रैफिक रूट भी क्लीयर किया जा रहा है। सीएमओ के अधिकारी लगातार जिला प्रशासन के साथ पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
इतनी बड़ी घटना के दौरान नगर निगम प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की कोई प्रकाश व्यवस्था नहीं की गई। फायर बिग्रेड कर्मी अंधेरे में मोबाइल की टॉर्च के सहारे ही मोर्चा संभाले हुए हैं।