शिवराज जी, फर्जी बातों, खोखली घोषणाओं और कलाकारी से निवेश संभव नहीं : कमलनाथ

 

शिवराज जी, फर्जी बातों, खोखली घोषणाओं और
कलाकारी से निवेश संभव नहीं : कमलनाथ

पीथमपुर, अलीराजपुर/ भोपाल, 03 मार्च 2023,

हमारा सपना था, हमारा लक्ष्य और हमारा उद्देश्य था कि पीथमपुर का औद्योगिक विकास हो और वह आगे बढ़े, जिस रफ्तार से पीथमपुर का औद्योगिक विकास होना चाहिए था वह नहीं हो पाया। आज प्रश्न हम सबके सामने हैं कि हमारा पीथमपुर ही नहीं पूरा मप्र औद्योगिक विकास में क्यों पिछड़ रहा है, क्योंकि निवेशकों को मध्यप्रदेश पर विश्वास ही नहीं है। प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह ने छह बड़ी औद्योगिक समिट इंदौर में आयोजित की, दावे किए थे कि प्रदेश में 33 लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा, आया क्या? निवेश तब आता है औद्योगिकरण तब होता है जब लोगों को प्रदेश पर विश्वास हो। शिवराज सिंह जी आपको बताना चाहता हूं फर्जी बातों से, खोखली घोषणाओं से और कलाकारी से निवेश आना संभव नहीं है। पीथमपुर और धार औद्योगिक नगरी के रूप में पहचानी जाती है, लेकिन इस औद्योगिक नगरी में भी आज युवा रोजगार के लिए भटक रहा है, युवाओं के हाथां में काम नहीं है। आज मध्य प्रदेश के सामने यह सबसे बड़ी चुनौती है कि किस प्रकार हम नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर बनाएं और किस प्रकार प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमनाथ ने आज पीथमपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये यह बात कही।
नाथ ने दुख के साथ कहा कि शिवराज सरकार पीथमपुर की जनता को भ्रमित कर उनके साथ छलावा कर रही है। इस सरकार ने नौजवानां के लिए कोई रोजगार के अवसर नहीं बनाएं, उनका भविष्य अंधकार में है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश पांच राज्यों से घिरा हुआ है, जिसे तमिलनाडु या केरल में अपना सामान बेचना हैं, वह पंजाब में जाकर अपना उद्योग लगाता है, पर पीथमपुर नहीं आता है? क्योंकि उसे मप्र पर विश्वास ही नहीं है। उन्होंने कहा कि आज किसान हो या छोटा व्यापारी हर वर्ग परेशान है, कृषि क्षेत्र का सत्यानाश, नौजवानों के भविष्य का सत्यानाश प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने कर दिया है। यदि नौजवानों का भविष्य ही अंधकार में रहेगा तो कैसे निर्माण होगा प्रदेश का? आज लहसुन एक रुपए किलो प्याज चार रू. किलो, टमाटर की फसल का हाल बुरा है, किस प्रकार हमारे किसान भाइयों को खाद और बीज के लिए भटकना पड़ रहा है।
नाथ ने कहा हमारी सरकार में हमनें अपनी नीति और नियत का परिचय दिया था, शिवराज सिंह चौहान सरकार ने विधानसभा में भी स्वीकारा है कि प्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ है, हमारी सोच थी कि कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति आए, किसानों की आमदनी बढ़ेगी, किसानों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, तभी हमारे ग्रामीण क्षेत्रों के बाजार चलेंगे, हमने प्रशासन में सरलीकरण करने का कार्य किया था, 100 रू. में 100 यूनिट बिजली दी। शिवराज सिंह चौहान बड़ी ही बेशर्मी से मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगते हैं। शिवराज जी आप अपने 215 महीने का हिसाब दे दीजिए मैं अपने 15 महीने का हिसाब देता हूं।
नाथ ने कहा कि यही कहना चाहता हूं कि आप सब लोगों ने प्रदेश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है, हमारी बहन सेवंती को जिता कर। अब आप सब के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, हर पार्षद के ऊपर जिम्मेदारी है कि वह जनता की अपेक्षा पर खरा उतरे, आज हर मतदाता केवल अपनी मांगे नहीं रखता, बल्कि सम्मान भी चाहता है। आज के परिवर्तन को आप सब को समझना है। छह-सात महीने बचे हैं चुनाव के, यह चुनाव कमलनाथ का भविष्य तय नहीं करेगा, कांग्रेस का भविष्य नहीं तय करेगा, यह चुनाव मध्यप्रदेश का भविष्य तय करेगा।

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