बिहार के कद्दावर समाजवादी नेता और लोकजनतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव की तबियत ज्यादा खराब हो गई है और उन्हें नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि 21 सितंबर को सांस लेने की समस्या होने पर उन्हें दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब शरद यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। गंगाराम अस्पताल में डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की जांच लगातार कर रही है और मंगलवार सुबह तक 75 वर्षीय शरद यादव की हालत गंभीर थी। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि पहले से उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
समर्थकों में काफी निराशा
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की हालत बिगड़ने से उनके समर्थकों में काफी निराशा है। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शरद यादव की तबियत बिगड़ने के कारण चुनाव प्रचार संबंधित कार्य प्रभावित हुआ है। ऐसे कार्यकर्ता लगातार उनके जल्द-से-जल्द स्वस्थ्य होने से लिए दुआ कर रहे हैं।
नीतीश से हाथ मिलाने से किया था इनकार
गौरतलब है कि शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) ने रविवार को ही स्पष्ट किया था कि शरद यादव बिहार में विपक्षी गठबंधन को सत्ता में लाने के लिए लगातार काम करते रहेंगे। लोजद ने बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार से उनके हाथ मिलाने के बारे में अटकलों को ‘अफवाह’ बताया था।
शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव उर्फ सुभाषिनी बुंदेला ने 24 सितंबर को पत्र जारी कर पिता की सेहत खराब होने की सूचना सार्वजनिक की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि उनकी सेहत में सुधार देखने को मिल रहा है। लेकिन उसके बाद फिर तबियत खराब होने पर उन्हें गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिलहाल वेंटिलेटर पर है।