वैक्सीनेशन के बाद थकान तो समझें वैक्सीन कर रही है काम

 

 

राजधानी में कोरोना के खिलाफ तेजी से वैक्सीनेशन का काम हो रहा है। वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिनके मन में वैक्सीन को लेकर कई तरह की दुविधाएं हैं। जिस कारण वे वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। इन्हीं दुविधाओं को दूर करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वाट्सएप व सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से वैक्सीन से जुड़े अपने सवाल मांगे थे। लोगों द्वारा भेजे गए सवालों का जवाब केजीएमयू के माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा और इम्युनाइजेशन के नोडल इंचार्ज डॉ। एमके सिंह ने दिए

सवाल-जवाब

सवाल- मुझे कोवीशील्ड की पहली डोज 30 अप्रैल को लगी थी, दूसरी डोज कब लगेगी।

सीमा

जवाब- नए नियमों के तहत अब 12 से 16 हफ्तों के बाद दूसरी डोज लगेगी।

सवाल- जो महिला बच्चे को दूध पिला रही हैं, क्या वे वैक्सीन लगवा सकती हैं।

दीपशिखा पांडे

जवाब- हां वैक्सीन लगवा सकती हैं।

सवाल- मेरी उम्र 21 साल है। मुझे पहली डोज लग चुकी है, क्या मुझे दूसरी डोज के लिए दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

प्रिया सिंह

जवाब- रजिस्ट्रेशन दोबारा करवाना होगा। केवल 45 वर्ष के ऊपर के लोगों के लिए यह जरूरी नहीं है।

सवाल- क्या वैक्सीन लगवाने से ब्रेस्टफीडिंग कराने पर कोई असर हो सकता है।

मंजुला खरे

जवाब- अभी तक ऐसा कोई डाटा नहीं आया है जिससे पता चले कि वैक्सीन का ब्रेस्टफीडिंग पर क्या असर है।

सवाल- डिलीवरी के बाद कब वैक्सीन लगवानी चाहिए।

भारती श्रीवास्तव

जवाब- महिला डिलीवरी के बाद कभी भी वैक्सीन लगवा सकती हैं।

सवाल- वैक्सीन लगवाने के बाद क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

अमित मिश्रा

जवाब । वैक्सीन लगवाने के बाद ठंड लगना या हल्का बुखार आदि होना महसूस कर सकते है। इससे खबराने की जरूरत नहीं है।

सवाल- वैक्सीन के बाद हाथ में लाली व सूजन है, क्या कोई समस्या तो नहीं।

प्रियांक पांडे

जवाब- हाथ में लाली होना या सूजन आना से थोड़ी दिक्कत हो सकती है। समय के साथ यह ठीक हो जाता है। अपना हाथ हल्के-हल्के हिलाते रहें।

सवाल- वैक्सीन लगवाने से क्या डायरिया हो सकता है।

आनंद शुक्ला

जवाब- कुछ रेयर केसेस में वैक्सीन लगवाने के बाद डायरिया की समस्या हो सकती है। हालांकि यह बेहद ही हल्का होता है।

सवाल- मेरी उम्र 55 साल है, वैक्सीन के बाद च्वाइंट में हल्का दर्द है, क्या कोई चिंता की बात तो नहीं।

कमल कुमार

जवाब- वैक्सीन लगवाने के बाद बॉडी पेन या ज्वाइंट पेन की भी समस्या हो सकती है। ऐसे मे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर समस्या ज्यादा है तो किसी आर्थोपेडिक को दिखा सकते हैं।

सवाल- कैसे पता चलेगा कि वैक्सीन सही से काम कर रही है

अंजली जैन

जवाब- वैक्सीन लगवाने के बाद थकान या कमजोरी जैसा महसूस होना यह बताता है कि वैक्सीन अपना काम कर रही है। इस दौरान आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के साथ पौष्टिक भोजन जरूर लें।

सवाल- जहां इंजेक्शन लगा है, वहां पर दर्द व लाली है।

अविनाश महरोत्रा

जवाब- अगर समस्या ज्यादा है तो उस जगह पर बर्फ लगाने के अलावा गीला तौलिया बांध सकते हैं। इसके अलावा हैंड मूवमेंट के लिए हल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं।

सवाल- कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी क्या वैक्सीन लगवा सकते हैं।

यश दीक्षित

जवाब- बिलकुल भी नहीं लगवा सकते हैं।

सवाल- कोविड निगेटिव होने के कितने समय के बाद वैक्सीन लगवा सकते हैं।

कृष्णा राय

जवाब- आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार कोविड से पूरी तरह ठीक होने के तीन माह के बाद ही वैक्सीन लगवानी चाहिए।

कृष्णा राय

सवाल- कोविशील्ड व कोवैक्सीन में कौन सी वैक्सीन अच्छी है।

अर्जुन पाल

जवाब- दोनों ही वैक्सीन अच्छी और सुरक्षित हैं।

सवाल- वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद कोरोना हो गया था। अब दूसरी डोज कब लगवा सकते हैं।

श्रुति मिश्रा

जवाब- कोरोना से ठीक होने के तीन माह बाद ही वैक्सीन लगवा सकते हैं।

श्रुति मिश्रा

सवाल- क्या घर पर वैक्सीन लगवाई जा सकती है।

रामधारी प्रसाद

जवाब- नहीं लगवाई जा सकती है।

सवाल- बच्चों को वैक्सीन कब से लगेगी।

आशीष अवस्थी

जवाब- अभी कोई गाइडलाइन नहीं आई है।

सवाल- क्या दोनों कंपनी की एक-एक डोज ली जा सकती है।

मनीष त्रिवेदी

जवाब- जी नहीं, बिलकुल भी नहीं।

सवाल- क्या वैक्सीनेशन के लिए फीस देनी होगी।

वैशानी पांडेय

जवाब- सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन फ्री में लग रही है।

सवाल- वैक्सीन लगवाने के बाद कितने दिनों तक एंटीबॉडी बनी रहती है।

सुजीत श्रीवास्तव

जवाब- दोनों डोज लेने के 14 दिनों के बाद एंटीबॉडी बनने लगती है। लेकिन यह कितने दिनों तक रहती है इस पर अभी रिसर्च चल रहा है।

दोनों ही वैक्सीन प्रभावी व सुरक्षित हैं। लोगों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर वैक्सीन लगवाएं।

डॉ। एमके सिंह

वैक्सीन लगवाने के बाद थकान, दर्द, लानी आदि होना आम समस्या है। जो एक-दो दिन भी ठीक हो जाती है। अगर समस्या ज्यादा हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉ। शीतल वर्मा

Shares