वित्तीय समझदारी और पैसे के सही निवेश, उपयोग एवं टैक्स बचत हेतु अपने बैंक खाते की नियमित जांच करें

 

 

आपको कितनी बार बैंक स्टेटमेंट चेक करना चाहिए?

इसका जवाब है कि आपको हर महीने कम से कम एक बार अपने बैंक स्टेटमेंट को चेक लेना चाहिए.

*क्यों हर महीने बैंक स्टेटमेंट चेक करना चाहिए?*

*पहला कारण -*

अक्सर लोग हड़बड़ी में पैसा खर्च करते हैं और कुछ हफ्तों या महीनों बाद यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि पैसा कहां खर्च हो गया है.

बैंक स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक करने की आदत आपको प्रत्येक लेनदेन का साफ हिसाब रखने में मदद कर सकती है.

यह आदत आपको भविष्य की कई उलझनों से बचा सकती है. मान लीजिए कि आपने सोने के आभूषण खरीदें हैं, तो आप इस तरह के लेनदेन पर एक छोटा सा नोट लिख सकते हैं क्योंकि आईटी विभाग से कोई प्रश्न प्राप्त होने पर यह आपको भविष्य में जवाब देने में मदद कर सकता है.

*दूसरा कारण -*

बैंक विभिन्न लेन-देन पर एक निश्चित एमाउंट चार्ज कर सकते हैं जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं हो सकती है.

उदाहरण के लिए, कुछ बैंक फिजिकल एकाउंट डिटेल्स, डुप्लीकेट पासबुक जारी करने, एनुअल डेबिट कार्ड आदि पर कुछ पैसे काटते हैं.

जब तक आप अपना बैंक एकाउंट डिटेल्स नहीं पढ़ लेते, तब तक ऐसे चार्ज का पता नहीं चलता है. कई बार यह शुल्क गैर जरूरी कारणों से लगा दिए जाते हैं और साल भर में अत्यधिक हो जाते हैं एवं जानकारी के अभाव में बैंक से इसे हटाने के लिए कहना मुश्किल हो जाता है और अक्सर हमें नुकसान होता है. प्रायः यह देखा गया है कि बैंको का आजकल इस तरह से छोटे छोटे शुल्क खातों में लगाकर कमाई का जरिया हो गया है जो कि गैर वाजिब है. चैक बाउंस के नाम पर ५९० रुपए तक चार्ज कर लिए जाते हैं.

यदि हम अपना बैंक खाता नियमित रूप से देखेंगे और ऐसे गैर वाजिब शुल्क का विरोध करेंगे तो बैंक को उसे हटाना पड़ेगा और हम नुकसान से बचेंगे.

*तीसरा कारण -*

देश में कई फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले होते हैं. बैंक एकाउंट डिटेल्स सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसे इस तरह की धोखाधड़ी के प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.

अपने एकाउंट स्टेटमेंट की जांच करके आप आसानी से धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगा सकते हैं.

आपको इस तरह के धोखाधड़ी वाले लेनदेन के बारे में पता चलते ही अपने बैंक को इसकी सूचना देनी चाहिए.

जितनी जल्दी आप बैंक को सूचित करेंगे, उतना ही कम आपका नुकसान होगा. तो समझदारी इसमें ही है कि हम अपने बैंक खाते की जांच नियमित रूप से करें.

*चौथा कारण -*

आपके पास कई बैंक खाते हो सकते हैं. हर महीने बैंक खाते की जांच करने से आपको प्रत्येक खाते में पड़े फंड बैलेंस को जानने में मदद मिल सकती है.

इसके अलावा आप अपने खाते में पड़े बैलेंस को कहीं निवेश करके आप अपने बचत खाते की तुलना में अधिक रिटर्न अर्जित कर सकते हैं.

*पांचवां कारण -*

अगर आप अच्छी आय होने के बावजूद पैसे नहीं बचा पा रहे हैं, तो आपका बैंक स्टेटमेंट आपको इसका कारण खोजने में मदद कर सकता है.

आपको बस अपने बैंक खाते के विवरण पर सभी डेबिट लेन-देन को मार्क करना होगा और अनावश्यक खर्चों को अलग करना होगा.

उदाहरण के लिए, रेस्तरां का बिल, ऑनलाइन खरीदारी आदि खर्चों को आपके बैंक स्टेटमेंट पर आसानी से पॉइंट-आउट कर सकते हैं और ऐसे आप अपने खर्चों में कटौती भी कर सकते हैं.

*साफ है बैंक खाते की नियमित जांच न केवल वित्तीय नियोजन में मदद करती है बल्कि हम अपने अनावश्यक खर्च के साथ ही गैर वाजिब बैंक चार्ज पर भी नियंत्रण कर सकते हैं. साथ ही एक अच्छे निवेश के साथ हम अच्छी टैक्स प्लानिंग भी कर सकते हैं.*

*सीए अनिल अग्रवाल जबलपुर

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